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RANCHI: ट्रेनों में ट्रांसजेंडरों का आतंक बेखौफ जारी था। इस वजह से ट्रेन में सफर करने वाले पैसेंजर्स भी खुद को अनसेफ फील कर रहे थे। इतना ही नहीं पैसे नहीं देने पर भद्दी गालियां और चमका मटका कर पैसेंजर्स को परेशान कर रहे थे। इसकी लगातार शिकायत मिलने पर साउथ इस्टर्न रेलवे ने ट्रेन में पैसेंजर्स को तंग करने वाले ट्रांसजेंडरों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया। इतना ही नहीं 66 ट्रांसजेंडर्स को आरपीएफ ने अरेस्ट कर उन्हें जेल भेज दिया है। वहीं उनसे 26,700 रुपए जुर्माना भी वसूल किए। इससे इतना तो तय है कि अब ट्रेनों में ट्रांसजेंडर्स की मनमानी नहीं चलने वाली है। आरपीएफ ने 25 जुलाई से लेकर 31 जुलाई तक ट्रेनों में यह अभियान चलाया। यह अभियान लगातार चलेगा।
कई यात्रियों ने रेलवे से कंप्लेन की
ट्रांसजेंडर्स ट्रेनों में चढ़कर पैसेंजर्स से जबरन वसूली करते थे। इससे पैसेंजर्स का सफर सिरदर्द बन गया था। इसे लेकर कई यात्रियों ने रेलवे से कंप्लेन की थी। जिसमें बताया गया था कि ये लोग पैसे मांगते हैं। नहीं देने पर गालियां भी देते हैं। इतना ही नहीं इनके बिहेवियर से अपनों के सामने ही शर्मिदगी झेलनी पड़ती है। इसके बावजूद इन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
जीआरपी भी नहीं करती कार्रवाई
रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा आरपीएफ को है। इसके अलावा स्टेशन एरिया में लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन रखना जीआरपी के जिम्मे है। इसी के लिए रेलवे स्टेशनों पर जीआरपी तैनात है। लेकिन ट्रांसजेंडर्स के खिलाफ ये लोग भी कोई कार्रवाई नहीं करते। अगर स्टेशन पर ही इनकी एक्टिविटी पर रोक लगा दी जाए तो ट्रेन में ये बेवजह चढ़ ही नहीं पाएंगे।