रांची (ब्यूरो): कांटाटोली फ्लाईओवर के बाद अब लोगों को इंतजार है, मेकॉन-सिरमटोली फ्लाईओवर का। जी हां, कांटाटोली से भी अधिक खूबसूरत और अद्भुत बन रहा है मेकॉन-सिरमटोली फ्लाईओवर। इसके दोनों साइड लगे मिरर और केबल स्टे ब्रिज इसकी सुंदरता में चार चांद लगाएंगे। बनकर तैयार होने के बाद खूबसूरत लाइटिंग के बीच लोग यहां घूमने के उद्देश्य से भी आएंगे। रेलवे ने अपनी ओर से ग्रीन सिग्नल दे दिया है। दरअसल सिरमटोली से मेकॉन को कनेक्ट करने के लिए रेलवे ट्रैक से होकर ब्रिज गुजरेेगा। यहां केबल स्टे ब्रिज बनाया जा रहा है। इसके लिए निर्माण कर रही कंपनी बीते पांच महीने से रेलवे से अनुमति मांग रही थी। फिलहाल रेलवे की अनुमति मिल गई है और काम भी जारी है। मंजूरी के बाद, रेलवे ट्रैक को रोजाना 2 से 4 घंटे के लिए ब्लॉक किया गया था। रेलवे प्रशासन की ओर से इस दौरान कुछ ट्रेने रद्द की गईं तो कुछ को आंशिक रूप से बंद रखा गया।

रांची का ड्रीम प्रोजेक्ट

बता दें कि सिरमटोली फ्लाईओवर, रांची का ड्रीम प्रोजेक्ट है। यह सिर्फ राजधानी रांची नहीं बल्कि पूरे स्टेट की छवि में सुधार करेगा। यह राज्य सरकार की यातायात व्यवस्था को मजबूत करने की योजना का हिस्सा है। इस फ्लाईओवर के अलावा, रांची में इनर रिंग रोड पर भी काम करने की योजना है

रांची-हटिया से 100 से ज्यादा ट्रेनें

झारखंड की राजधानी रांची में सिरमटोली-मेकन फ्लाइओवर का काम एलएंडटी कंपनी कर रही है। सिरमटोली फ्लाइओवर में निवारणपुर से पटेल चौक तक रेलवे क्रॉसिंग के ऊपर केबल स्टे ब्रिज बन रहा है। इससे आने वाले समय में ट्रेनों का परिचालन सुधरेगा। बता दें कि रांची व हटिया रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 100 से अधिक ट्रेनें गुजरतीं हैं। इसमें पैसेंजर, एक्सप्रेस व मालगाड़ी शामिल हैं। कांटाटोली फ्लाईओवर के बाद राज्य सरकार का विशेष ध्यान सिरमटोली-मेकॉन फ्लाईओवर पर है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इसका निरीक्षण कर चुके हैं। उन्होंने नवंबर तक काम पूरा करने का आदेश दिया है। लेकिन जब तक स्टे केबल ब्रिज तैयार नहीं कर लिया जाता, तब तक कुछ कहा नहीं जा सकता।

40 मीटर ऊंचा फ्लाईओवर

सिरमटोली-मेकॉन फ्लाईओवर 40 मीटर ऊंचा है। जो किसी सात मंजिला बिल्डिंग जितना उंचा होगा। यह राज्य का पहला केबल स्टे ब्रिज होगा। पथ निर्माण विभाग ने एलएंडटी कंपनी को सिरमटोली फ्लाइओवर का कार्य नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य दिया है। वहीं, केबल स्टे कार्य के लिए कंपनी ने तैयारी पूरी कर ली है। पटेल चौक के सामने की दीवार को हटा कर रेलवे लाइन के पहले सारी व्यवस्था की गयी है। रेलवे की ओर से कंपनी को ब्लॉक दिये जाने के बाद केबल स्टे ब्रिज का काम शुरू हो चुका है। केबल स्टे ब्रिज निर्माण की अड़चनें अब लगभग खत्म हो चुकी हैं।