रांची(ब्यूरो)। आने वाले दो महीने में जब झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा की जाएगी, उसके पहले ही झारखंड के पहले ट्रांसपोर्ट नगर का उद्घाटन भी हो जाएगा। झारखंड का पहला ट्रांसपोर्ट नगर लगभग बनकर तैयार हो गया है। 113.24 करोड़ रुपये से रांची के कांके स्थित सुकुरहुटू में 40.68 एकड़ से अधिक भूमि पर इसका निर्माण किया गया है। हैदराबाद की एजेंसी केएमवी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने ट्रांसपोर्ट नगर के लिए आधारभूत संरचना तैयार की है। ट्रांसपोर्ट नगर का काम पूरा हो गया है। थोड़ा-बहुत बचे हुए कार्यों को पूरा कर जल्द ही उद्घाटन कराने की तैयारी है।
ऐसा होगा ट्रांसपोर्ट नगर
ट्रांसपोर्ट नगर में 190 बड़े ट्रेलर, 92 ट्रक व 141 छोटे मालवाहक सहित कुल 424 ट्रकों के लिए पार्किंग की सुविधा है। इसके अलावा वहां एक एकीकृत भवन, दो गोदाम, एक ईंधन स्टेशन व मनोरंजक स्थल का भी निर्माण किया जा रहा है। एकीकृत भवन में 16 कमरों वाला कार्यालय स्थान व ड्राइवरों, सहायकों और अन्य लोगों के लिए 180 बेड की डोरमेट्री बन रही है। एकीकृत भवन में 150 लोगों के बैठने की क्षमता वाला हॉल, फूड कोर्ट, 17 खुदरा दुकानें, स्वास्थ्य केंद्र, फार्मेसी, शौचालय व पुलिस चेक पोस्ट का भी निर्माण हो रहा है। साथ ही वहां पानी और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी विकसित किये जा रहे हैं।
रिंग रोड से सीधे पहुंचेंगी गाडिय़ां
ट्रांसपोर्ट नगर शुरू होने के बाद भारी वाहनों को शहर में प्रवेश करने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। राजधानी के मुख्य मार्गों को दरकिनार करते हुए भारी वाहन रिंग रोड से ही ट्रांसपोर्ट नगर तक पहुंच जायेंगे। मालूम हो कि राजधानी में प्रतिदिन सुबह आठ से रात 10 बजे तक भारी वाहनों का प्रवेश बंद रहता है। ट्रांसपोर्ट नगर बनने से शहर में यातायात का भार कम होगा। वहीं, व्यापारियों के लिए भी मददगार होगा। ट्रांसपोर्ट नगर में जमशेदपुर (राष्ट्रीय राजमार्ग 33), हजारीबाग (एनएच 33), मेदिनीनगर (एनएच 75), गुमला (एनएच 23) और पुरुलिया (राज्य राजमार्ग 01) से रांची आनेवाले वाहन खड़े किए जाएंगे। बता दें कि बीते दस सालों से राजधानी रांची में ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की कवायद चल रही है। हर बार किसी न किसी कारण से मामला अटक जाता है। 2010 में ही ट्रांसपोर्ट नगर बनाने को लेकर प्रस्ताव आया था। हैदराबाद की कंपनी केएमबी कंस्ट्रक्शन इसका काम कर रही है।
बड़े भू-भाग पर ट्रांसपोर्ट नगर
टांसपोर्ट नगर के लिए कांके के सिमलिया में जमीन चिन्हित की गई है। यहां करीब 40 एकड़ जमीन पर इस नगर को बनाया गया है। इसमें करीब 113 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। जुडको की मॉनिटरिंग में इस काम को किया जा रहा है। फस्र्ट फेज में 424 बड़े वाहनों की पार्किंग, जी प्लस 6 इंटीग्रेटेड बिल्डिंग, 16 ऑफिस 180 बेड वाली डोरमेट्री, 150 लोगों के बैठने की क्षमता वाला फूडकोर्ट, 17 खुदरा विक्रेता दुकान, पुलिस चेकपोस्ट, हेल्थ चेकअप सेंटर, मेडिसीन शॉप, टॉयलेट और दो धर्मकांटा का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा इस स्थान पर वाटर हार्वेस्टिंग, फायर फाइटिंग सिस्टम भी होगा। ट्रांसपोर्ट नगर को जोडऩे के लिए 4 लेन का अप्रोच रोड बनाने की भी योजना है। वहीं ट्रांसपोर्ट नगर के अंदर एक पेट्रोल पंप भी खोला जाएगा। दो अत्याधुनिक वेयर हाउस होंगे। ड्राइवर और खलासी के आराम करने के लिए भी जगह होगी।
जाम फ्री होगी सिटी
ट्रांसपोर्ट नगर नहीं होने से बाहर से आनेवाले ट्रकों को नो एंट्री के समय शहर के बाहर सड़क किनारे ही खड़ा करना पड़ता है। ट्रकों की अनलोडिंग में भी परेशानी होती है। ट्रांसपोर्ट नगर बन जाने से बाहर से आनेवाले ट्रक वहीं रहेंगे। ट्रांसपोर्ट नगर में माल अनलोड करने के साथ ट्रकों की मरम्मत की सुविधा भी होगी। साथ ही सिटी के अंदर भारी वाहनों का प्रवेश बंद हो जाएगा, जिससे जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी। अकेले रांची में हर दिन 500 से 700 ट्रक प्रवेश करते हैं। राज्य सरकार बस पड़ावों को भी नए सिरे से व्यवस्थित करने में जुटी है। आईएसबीटी प्राजेक्ट पर भी काम चल रहा है।
तीन बार बदली जगह
ट्रांसपोर्ट नगर बनाने का प्रयास बीते कई सालों से चल रहा था। हर बार जमीन एक बड़ी अड़चन बन कर सामने आ जाती है। सर्वप्रथम नामकुम में ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की कोशिश की गई। लेकिन विरोध के बाद यहां मामला फंस गया। इसके बाद पंडरा के कृषि बाजार में इस प्रोजेक्ट को तैयार करने की योजना बनी। लेकिन यहां भी ट्रांसपोर्ट नगर का भारी विरोध कर दिया गया है। इसके बाद कांके सिमलिया स्थित सुकुरहुुटु में इसे बनाने को लेकर रास्ता साफ हुआ। जमीन मिलने के बाद भी कभी डीपीआर तो कभी दूसरी वजह से मामला लटकता रहा। अब सभी समस्याओं को दूर कर लिया गया है। अब यह बनकर तैयार है। ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रकों के ठहराव के अलावा ड्राइवरों के लिए फिटनेस सेंटर, गैराज, गोदाम, प्रदूषण जांच केंद्र, डोरमेट्री, स्वास्थ्य केंद्र, पेट्रोल पंप समेत अन्य सुविधाएं मिलेंगी।