रांची (ब्यूरो) । मिशन ब्लू फांउडेशन के तत्वावधान में लोकसभा की तर्ज पर दो दिवसीय शून्यकाल 2.0 द जीरो ऑवर का समापन रविवार को हो गया। कांके रोड स्थित सीएमपीडीआइ के मयूरी हॉल में आयोजित कार्यक्रम अंतिम दिन शून्यकाल के तहत पक्ष और विपक्ष के लोगों ने सवाल पूछे। सरला बिरला विश्वविद्यालय के कुलपति गोपाल पाठक ने स्पीकर की भूमिका निभाते हुए सदन का संचालन किया। साथ ही पक्ष और विपक्ष से शून्यकाल के तहत सवालों को सुना। शून्यकाल में सांसदों की भूमिका निभा रहे विभिन्न कॉलेजों के छात्रों ने कई विषयों पर सवाल पुछे। एक देश एक चुनाव, ऑनलाइन गेमिंग पर लगे जीएसटी, स्वास्थ्य, शिक्षा समेत कई ज्वलंत मुद्दों पर सवाल पुछे। सांसदों ने नव तस्करी, सीएनटी एक्ट, बालू की तस्करी पर सवाल उठाये और इसका निराकरण करने का आग्रह किया।

खुल कर चर्चा की

दो सत्रों में आयोजित इस कार्यक्रम में पर कई विषयों पर विपक्ष से सत्ता पक्ष को सवालों से घेरा। ज्ञात हो कि बाल श्रम (उन्मूलन) विधेयक 2024 को पेश किया गया। जिसे बहुमत से लोकसभा में पास किया गया। बिल को पेश करने के बाद पर इस पर पक्ष और विपक्ष ने खुल कर चर्चा की और इस दौरान बिल पर तीखी बहस भी हुई। पक्ष और विपक्ष की भूमिका विभिन्न कॉलेजों और यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भाग लेते हुए अपनी बातों को रखा।

राष्ट्रपति के रूप में

कार्यक्रम का उद्घाटन सांसद समीर उरांव ने किया। वहीं, राष्ट्रपति के रूप में बीएसएनएल के जीएम उमेश प्रसाद साह ने संबोधित किया। मौके पर मिशन ब्लू फांउडेशन के पंकज सोनी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर मंजीत सिंह, मेरी स्टेला माइकल, प्राची नारायण, मनीष पाठक, देवकी पवार समेत अन्य लोग मौजूद थे। मंच का संचालन मारिया एंथोनी ने किया। कार्यक्रम में अंत में बेहतर प्रदर्शन करने वालों छात्रों को सम्मानित किया गया।