रांची (ब्यूरो)। रांची नगर निगम अपनी जमीन लेने के लिए कोशिश कर रहा है, लेकिन उसे जमीन नहीं मिल पा रही है। यह जमीन रांची नगर निगम को नक्शा पास करने के समय बिल्डर और डेवलपर द्वारा दी जाती है। अब रांची नगर निगम बिल्डर और डेवलपर को बार-बार पत्र लिख रहा है लेकिन निगम के पत्र का बिल्डर और डेवलपर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। पिछले साल रांची नगर निगम ने बिल्डरों को दो बार नोटिस दिया लेकिन नहीं के बराबर बिल्डरों ने नोटिस का जवाब दिया। अब निगम फिर से नोटिस देने की तैयारी कर रहा है।

हाईकोर्ट भी सख्त

रांची नगर निगम की गिफ्ट डीड जमीन पर बिल्डरों ने कब्जा जमा रखा है। नगर निगम डेवलपर्स को बार-बार नोटिस भेज रहा है, लेकिन बिल्डर निगम की नहीं सुन रहे हैं। पिछले साल दिसंबर में एक सप्ताह का नोटिस दिया था, लेकिन निगम के आदेश को डेवलपर ने नहीं सुना। बता दें कि निगम की गिफ्ट जमीन के मामले को लेकर अब हाईकोर्ट भी सख्त हो गया है।

नक्शा पास करने के समय दी थी जमीन

बता दें कि बिल्डरों ने गिफ्ट डीड की जमीन छोडऩे का वादा किया था, लेकिन अब उसे पूरा नहीं कर रहे हैं। रांची नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि कुछ जमीनों पर पहले से ढांचा खड़ा रहता है। बिल्डर कहता है कि इसे हटा लिया जाएगा, नक्शे में भी इस बात का जिक्र रहता है कि नई इमारत बनने के बाद इस पुरानी घर को तोड़ दिया जाएगा। लेकिन लोग ऐसा नहीं करते हैं।

गिफ्ट तो की पर छोड़ते नहीं

अगर किसी इलाके में रोड कम चौड़ा है तो वहां नक्शा पास करने से पहले नगर निगम उस सड़क के लिए भवन मालिक से जमीन गिफ्ट करवाता है। ये जमीन राज्यपाल के नाम पर रहती है। मसलन, अगर किसी इलाके में सड़क 10 फीट चौड़ी है। इसे 14 फीट चौड़ा होना चाहिए, तो दोनों तरफ के भवन मालिकों से दो-दो फीट जमीन गिफ्ट करवाई जाती है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि लोग जमीन तो गिफ्ट कर देते हैं मगर छोड़ते नहीं हैं। इस पर कब्जा कर मकान बना लेते हैं या फिर कुछ दिन जमीन मुक्त रहती है और बाद में लोग इस पर कब्जा कर लेते हैं।

2500 बिल्डरों पर है नजर

आंकड़ों की बात करें तो रांची नगर निगम क्षेत्र में 4500 से अधिक अपार्टमेंट हैं, जिनका नक्शा नगर निगम और आरआरडीए से पास हुआ है। इनमें से करीब 2500 अपार्टमेंट ऐसे हैं जिन्होंने गिफ्ट डीड की जमीन पर कब्जा जमा रखा है। अधिकतर अपार्टमेंट वार्ड के अंदर मोहल्लों में हैं।

अब म्यूटेशन भी जमा करना होगा

बिल्डर्स और डेवलपर्स द्वारा रांची नगर निगम क्षेत्र में गिफ्ट डीड की जमीन की रजिस्ट्री नगर निगम को तो कर दी जाती है, लेकिन उसके बाद इसका इस्तेमाल खुद के लिए करने लगते हैं। अब रांची नगर निगम ने सभी बिल्डरों को आदेश जारी किया है कि गिफ्ट डीड की जमीन की रजिस्ट्री करने के साथ ही रांची नगर निगम के नाम से म्यूटेशन भी जमा करना होगा। उसके बाद ही कंस्ट्रक्शन कार्य शुरू कर सकते हैं। साथ ही यह भी कहा गया है कि नक्शा पास होने से पहले यह कार्रवाई पूरी करने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू कर सकते हैं।

पहले कब्जे में लेगा नगर निगम, तभी निर्माण

अक्सर देखा गया है कि रांची नगर निगम क्षेत्र में जितने भी अपार्टमेंट बन रहे हैं। बिल्डर नक्शा पास करने के समय गिफ्ट डीड की जमीन का रजिस्ट्रेशन निगम के पक्ष में कर देते हैं। लेकिन बाद में उस जमीन पर या तो चहारदीवारी बना देते हैं या गेट लगा देते हैं। उसके बाद निगम उस जमीन का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। इसलिए अब रांची नगर निगम ने यह सख्त आदेश दिया है कि गिफ्ट डीड की जमीन निगम निर्माण कार्य शुरू होने से पहले अपने कब्जे में ले लेगा, ताकि बाद में जरूरत के अनुसार सड़क की चौड़ाई या नाला निर्माण करने में इसका उपयोग किया जा सके।

जिन डेवलपर ने भी रांची नगर निगम की गिफ्ट की गई जमीन को वापस नहीं किया है, उनको नोटिस भेजा गया है। उनसे कहा गया है कि वह निगम के पक्ष में जो गिफ्ट डीड की गई जमीन नक्शा के समय दिए हैं, उसे उसे खाली कर दें।

-कुंवरसिंह पाहन, अपर नगर आयुक्त, आरएमसी