रांची: दो दिनों के अंदर नगर आयुक्त बैठक बुलाएं, वरना उनके खिलाफ पीआइएल दायर की जाएगी। यह चेतावनी मेयर आशा लकड़ा ने नगर आयुक्त को दी है। बता दें कि बुधवार को मेयर आशा लकड़ा की अध्यक्षता में सफाई, सेनेटाइजेशन और फॉगिंग को लेकर बैठक बुलाई गई थी। लेकिन नगर आयुक्त एक बार फिर बैठक में शामिल नहीं हुए। दोपहर 2 बजे से होनेवाली बैठक के लिए मेयर अपने कार्यालय में इंतजार करती रहीं फिर भी न तो नगर आयुक्त पहुंचे और न ही नगर निगम के अन्य अधिकारी। मेयर ने कहा कि नगर आयुक्त राज्य सरकार के इशारे पर कार्य कर रहे हैं।
नगर आयुक्त पर मनमानी का आरोप
मेयर ने कहा कि नगर आयुक्त के आचरण व व्यवहार से यह स्पष्ट है कि वे सिर्फ अपनी मनमानी करना चाहते हैं। यदि उन्हें बैठक नहीं करानी है तो लिखित में जवाब दें कि किस कारण बुधवार को बुलाई गई बैठक में वे और उनके अधीनस्थ अधिकारी नहीं आये? शहरी क्षेत्र में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसे हालात में भी नगर आयुक्त को कोई चिंता नहीं है। रांची के डीसी समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
लोगों की सेहत की चिंता नहीं
2020 में तत्कालीन नगर आयुक्त मनोज कुमार ने मेयर के निर्देशों का अनुपालन कर हुए बिंदुवार निगम की तैयारी का ब्योरा दिया था। रांची नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी व जनप्रतिनिधियों ने सेवा भाव से कार्य किया था, तभी हम कोरोना संक्रमण को रोकने में सफल हुए थे। लेकिन नगर आयुक्त के आचरण से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उन्हें शहरवासियों की सेहत की न तो कोई चिंता है और न ही अपनी जिम्मेदारी का अहसास।