रांची (ब्यूरो) । महिला कल्याण विभाग आनन्द मार्ग प्रचारक संघ द्वारा शिवनारायण मारवाड़ी प्लस टू महिला विद्यालय में लगभग दो सौ छात्राओं को कौशिकी नृत्य का प्रशिक्षण एवं छात्राओं के बीच नृत्य का प्रतिस्पर्धा का आयोजन कर कौशिकी दिवस मनाया गया। आनंद मार्ग के प्रवर्तक श्री श्री आनंदमूर्ति ने 6 सितंबर 1978 को कौशिकी नृत्य का प्रवर्तन किया था। कौशिकी नृत्य की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए महिला कल्याण विभाग के केन्द्रीय सचिव अवधुतिका आनंद दानव्रता आचार्या ने कौशिकी नृत्य के सैद्धांतिक पहलुओं पर प्रकाश डाला तथा कार्यक्रम के आयोजक मृदुला सिंह द्वारा इस नृत्य के व्यवहारिक पक्ष बताते हुए चेतना एवं शिवानी के द्वारा मंच पर नृत्य का प्रदर्शन किया गया। मुख्य प्रशिक्षिका ने कहा कि यह नृत्य शारीरिक और मानसिक रोगों की औषधि है। विशेषकर महिला जनित रोगों के लिए रामबाण है।

22 रोग दूर होते हैं

सिर से पैर तक अंग-प्रत्यंग और ग्रंथियों का व्यायाम होता है। मनुष्य दीर्घायु होता है। यह नृत्य महिलाओं के प्रसव में सहायक है। मेरुदंड के लचीलेपन की रक्षा करता है। मेरुदंड, कंधे,कमर, हाथ और अन्य संधि स्थलों का वात रोग दूर होता है। मन की दृढ़ता और प्रखरता में वृद्धि होती है। महिलाओं के अनियमित ऋतुस्राव जनित त्रुटियां दूर करता है.ब्लडर और मूत्र नली में के रोगों को दूर करता है। प्रतिभागियों में प्रथम पुरस्कार तृष्णा कुमारी, द्वितीय पुरस्कार निशा कुमारी एवं तृतीय पुरस्कार खुशी कुमारी को दिया गया। महिला कल्याण विभाग के केंद्रीय सचिव अवधुतिका आनंद दानव्रता आचार्या ने विद्यालय के प्राचार्या वर्षा को सम्मानित किया.कार्यक्रम को सफल बनाने में महिला कल्याण विभाग रांची के सचिव ज्योत्सना, मृदुला सिंह,निवेदिता मैम,संजू, चेतना, शिवानी,अनुपमा एवं विशाल कुमार का सराहनीय योगदान रहा।