रांची (ब्यूरो) । श्रीश्याम मित्र मण्डल द्वारा बुधवार को शरद पूर्णिमा के अवसर पर विराट रूप में शरद पूर्णिमा उत्सव आयोजित किया गया। श्री खाटूधाम की परम्परा के अनुसार ही हरमू रोड़ के श्रीश्याम मंदिर में शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। श्रीश्याम मित्र मण्डल के प्रथम महामंत्री विश्वनाथ नारसरिया ने बताया कि वर्ष में मात्र एक दिन ही खाटूनरेश का श्वेत (सफेद) श्रृंगार होता है जिसमें फूल, पोशाक, आभूषण, प्रसाद, लाईट सभी कुछ श्वेत (सफेद) रहता है। कोलकाता से मंगाए गए सुगंधित राजनीगंधा, आर्किड, स्टार, बेली, मोती के सफेद फूलों की मोटी-मोटी मालाओं से खाटूनरेश का अनोखा -दिव्य श्रृंगार किया गया। श्रीश्याम मंदिर हरमू रोड़ में विराजमान रिद्धी -सिद्धी, लड्डूगोपालजी, शालीग्राम जी, गरुड़ जी, हनुमान जी, शिव परिवार, प्राचीन चित्रो व गुरुजनों का विशेष श्रृंगार भी सफेद श्वेत फूलों से किया गया। खाटूनरेश के गर्भगृह का चन्दवा - परदा भी लगाया था। मंदिर के सभी गर्भगृह सफेदी से जगमग - जगमग हो रहे थे।
भाव विभोर हुए भक्त
सायंकाल को सभी गर्भगृहों को दर्शन -पूजन के खोल दिया गया। श्वेत श्रृंगार का दर्शन वन्दन करने के लिए भक्त उमड़ पड़े। पूरा श्याम मंदिर खाटूनरेश की जय-जयकारों से गूंज उठा। भक्तजन दर्शन कर भाव विभोर हो रहे थे। रात्रि 7 बजे व 8.30 बजे ग्वाल आरती, रात्रि आरती की गयी। मुख्य समारोह रात्रि 9 बजे मण्डल के अध्यक्ष सुरेश सरावगी व महामंत्री विश्वनाथ मंदिर नारसरिया के नेतृत्व में प्रारंभ हुआ। खाटूनरेश की अखण्ड ज्योति प्रज्वलित की गयी। श्वेत प्रसाद - खीर, पुड़ी, लुंजी, काजूमेवा का भोग लगाया गया। मंडल के उपमंत्री अनिल नारनोली ने भक्तजनों से ज्योति प्रज्वलित अनुष्ठान विधिवत करवाया। सुगंधित इत्र गुलाब का बाबा को अर्पित किया गया। अखण्ड ज्योति में आहुति देने के लिए भक्तजनों की लम्बी- लम्बी कतारें लग गयी। तीन घंटे का अनवरत भजनों का कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। मण्डल के अध्यक्ष सुरेश सरावगी ने भजन -संकीर्तन का संचालन किया। भजनों की श्रृंखला में श्रवण ढाढ़ंनिया, साकेत ढांढनिया, गौरव अग्रवाल मोनू, पंकज गाड़ोदिया, वेदभूषण जैन पप्पू, संजय सराफ आदि ने भजनों का गायन करके भजन श्रृंखला को प्रारंभ किया।