रांची (ब्यूरो) । जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल के ब'चों ने अपने स्कूल के भव्य प्रांगण में रामलीला का बहुत ही प्रभावी मंचन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल के निदेशक मदन सिंह, उपनिदेशक अमन सिंह, प्राचार्य डॉक्टर सुनील कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन के साथ किया। परंपरागत भारतीय वेश भूषा में सजे हुए बच्चे बहुत ही प्यारे लग रहे थे। राम सीता लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न हनुमान रावण व अन्य किरदारों को बच्चों ने बहुत ही प्रभावी अंदाज में अभिनीत किया। एक तरफ राम चरित मानस की चुनिंदा चौपाइयां ब'चों के द्वारा गाईं जा रही थी तो दूसरी तरफ उन चौपाइयों पर ब'चों द्वारा भावप्रवण अभिनय किया जा रहा था। सारे शिक्षक अभिभावक मंत्रमुग्ध होकर अपने प्यारे ब'चों की अभिनय प्रतिभा को आश्चर्य से देखे जा रहे थे उन्हें अपने ब'चों पर गर्व का अनुभव हो रहा था।
प्रेरणा पुरुष हैं श्रीराम
स्कूल के निदेशक मदन सिंह ने कहा कि राम सनातन से हमारे प्रेरणा पुरुष रहें हैं हम सभी को अपने जीवन में उनके आदर्शो पर चलने की कोशिश करनी चाहिए। स्कूल के उप निदेशक श्री अमन सिंह ने कहा कि हमें आज के परिपेक्ष्य में राम के व्यक्तित्व को समझना होगा। चुनौतियां उस समय भी थीं लेकिन राम का धैर्य कभी नहीं छूटा लेकिन आज हमारी नई पीढ़ी का धैर्य छूट रहा है। हम अपनी नई पीढ़ी में श्रीराम का साहस और संबल देखना चाहते हैं और हम अपनी इस कोशिश में जरूर कामयाब होंगे। वहीं स्कूल के प्राचार्य डॉक्टर सुनील कुमार ने कहा कि हमें राम के साथ साथ लक्ष्मण और भरत के आदर्शों को भी आत्मसात करने की जरूरत है। आज हम अपने दायित्वों को भूलते जा रहे हैं और सिर्फ अधिकारों की बातें होती हैं। समाज में संकट की शुरुआत यहीं से होती है। रामायण की पूरी कथा का सार यही है कि हमें अपने निहित स्वार्थ से ऊपर उठकर समाज के सर्वांगीण विकास की चिंता में खुद को लगाना होगा जैसा कि राम ने किया लक्ष्मण ने किया भरत ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल के संगीत शिक्षक आकाश रसाइले, हिन्दी शिक्षिकाएं डॉक्टर प्रीति उपाध्याय, सुषमा तिवारी, श्वेता कुमारी, पीटी शिक्षक अतिथि कुमार जेना और योग शिक्षक देवाशीष प्रमाणिक का विशिष्ट योगदान रहा।