रांची (ब्यूरो) । भारत रक्षा पर्व को जोश और उल्लास के साथ मनाने की तैयारी स्कूलों ने शुरू कर दी है। बच्चे अपने हाथों से रंग बिरंगी राखी और कार्ड्स सीमा पर तैनात फौजी भाइयों के लिए राखियां तैयार कर रहे हैं। इसी कड़ी में शहर के सिंह मोड स्थित कल्याणपुर राइज अकादमी स्कूल में भारत रक्षा पर्व कार्यक्रम के तहत कारगिल योद्धा सूबेदार मेजर मुकेश कुमार को लेकर स्कूल पहुंचे जहां स्कूल के निदेशक विजय कुमार ने तुलसी का पौधा देकर स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत कारगिल में शहीदों को नमन कर किया। मौके पर स्कूल के निदेशक विजय कुमार ने कहा की सैनिक सिर्फ एक व्यक्ति नहीं है, वह हमारा गौरव है। सेना हमारा गौरव है, वह सम्मान है जो हमने कमाया हैजब कारगिल की चोटियों पर फिर लहराया था तिरंगा, भारतीय सेना ने दिखाया था अदम्य साहस। यह कारगिल युद्ध के नायकों की बहादुरी और वीरता को भी श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने भारी कीमत चुकाने के बावजूद ऑपरेशन विजय का नेतृत्व किया था। यह खास दिन देश के वीर सपूतों को समर्पित है, जिन्होंने तमाम मुश्किलों को पार करते हुए 26 जुलाई, 1999 को पाकिस्तानी सैनिकों को कारगिल से खदेडक़र दुर्गम चोटियों पर जीत का परचम फहराया था।
ऑपरेशन विजय के नाम से
सूबेदार मेजर मुकेश कुमार ने बताया की कारगिल जिसे ऑपरेशन विजय के नाम से भी जाना जाता है, भारत और पाकिस्तान का के बीच मई और जुलाई 1999 के बीच कश्मीर के करगिल जिले में हुए सशस्त्र संघर्ष का नाम है। वैसे तो पाकिस्तान ने इस युद्ध की शुरूआत 3 मई 1999 को ही कर दी थी जब उसने कारगिल की ऊँची पहाडय़िों पर 5,000 सैनिकों के साथ घुसपैठ कर कब्जा जमा लिया था। इस बात की जानकारी जब भारत सरकार को मिली तो सेना ने पाक सैनिकों को खदेडऩे के लिए ऑपरेशन विजय चलाया। स्कूल की प्राचार्या रीता विश्व ने बच्चों को बताया की दैनिक जागरण का भारत रक्षा पर्व विगत कई वर्षों के होते आ रहा है। हमें गर्व है की आज दैनिक जागरण के द्वारा कारगिल दिवस हमारे स्कूल में इसका आयोजन किया जा रहा है उन्होंने बतया की 26 जुलाई 1999 को भारत ने कारगिल युद्ध में विजय हासिल की थी। इस दिन को हर वर्ष विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। मौके पर शिक्षक शिल्पा दुबे पुष्पा सिंह, रीता विश्व दीपा कुमारी, पी संगीता, प्यारी कुजूर, विभा सिंह, अनीता बंदु, रिंकू कुमारी, सावित्री शर्मसा, नेहा कुमारी, कौशल्या कुमारी समेत अन्य मौजूद थे।