रांची (ब्यूरो) । मंगलवार को मारवाड़ी कॉलेज, रांची में सरहुल पूर्व संध्या सह व्याख्यान समारोह का आयोजन अत्यंत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्राचार्य डॉ। मनोज कुमार की अध्यक्षता एवं जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग की विभागाध्यक्षा प्रो। महामनी कुमारी के नेतृत्व में जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग के छात्र-छात्राओं के द्वारा परंपरागत सरहुल नृत्य प्रस्तुत कर प्रकृति के इस महान पर्व का आभार व्यक्त किया गया। प्राचार्य डॉ मनोज कुमार ने इस अवसर पर सभी छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को सरहुल पूर्व संध्या समारोह के अवसर पर बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं दी और प्रकृति के इस पर्व का बहुत ही सारगर्भित बातों को रखा। उन्होंने बतलाया की प्रकृति के अनुसार हमारे सारे क्रियाकलाप निर्धारित हैं। यदि हम उसे सुरक्षित रखेंगे तभी हमारे सारे क्रियाकलाप सही रूप में रहेंगे।
प्रकृति से छेड़छाड़
उन्होंने कहा कि अगर हम प्रकृति को नष्ट करेंगे और उसके साथ छेड़छाड़ करेंगे तो वो भी किसी न किसी रूप में हमें जरूर प्रभावित करेगा। यह पर्व हमें प्रकृति की पूजा ही नहीं बल्कि इसके संरक्षण के लिए भी प्रेरित और प्रोत्साहित करता है। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ हरि उरांव ने सरहुल पूर्व संध्या पर सूर्य और पृथ्वी के मिलन को बतलाया तथा नवसृजन की कथा बतलाई। विशिष्ट वक्ता सरन उरांव ने उन्होंने इस पर्व को प्रकृति पर्व के साथ प्रेम, भाईचारे और एकता का भी रूप बताया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रोफेसर इंचार्ज डॉ आरआर शर्मा, डीएसडब्ल्यू डॉ तरुण चक्रवर्ती, डॉ खातिर हेमरोम, प्रो सुमंती तिर्की, प्रो संगिता तिग्गा, डॉ महेश्वर सारंगी, डॉ बहालेन होरो कह महत्वपूर्ण भागीदारी रही।