रांची(ब्यूरो)। लोकसभा चुनाव होने वाला है। जल्द ही चुनाव की घोषणा होने वाली है। सभी लोगों ने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है, वोटर्स भी इस बार अपना मूड के अनुसार कैंडिडेट का चुनाव करने वाले हैं। इसको लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर महाअभियान राजनी-टी परिचर्चा का आयोजन किया गया। केजरीवाल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट कैंपस में आयोजित इस परिचर्चा में चुनाव से जुड़े मुद्दों पर युवाओं ने खुलकर अपनी बातें रखीं। युवाओं ने अपने-अपने मुद्दे रखे, जिसमें उन्होंने बेरोजगारी, प्रतियोगी परीक्षाओं को पूरा करना, करप्शन, परिवारवाद, जातीय जनगणना आदि पर खुलकर अपने विचार रखे।
सिस्टम करना होगा दुरुस्त
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम केजरीवाल इंस्टीट्यूट के कैंपस में पहुंची। जहां चुनावी चर्चा राजनी-टी में एमबीए के स्टूडेंट्स शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने बड़े ही बेबाकी से आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अपने मुद्दे रखे। वर्तमान में जिस प्रकार से बेरोजगारी के दौर में पुलिस भर्ती की परीक्षा हुई, वह भी कैंसिल हो गई। पेपर आउट हो गया, जो कहीं न कहीं सिस्टम में आज भी कमी को दर्शाता है। ऐसे में सिस्टम को दुरुस्त करने वाले को ही वोट देना जरूरी है।
जॉब चाहिए
इन दिनों सबसे प्रमुख मुद्दा है बेरोजगारी। छात्रों ने बताया कि बेरोजगारी की समस्या दूर हो। इस वक्त सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी ही है। इसे दूर किया जाना बेहद जरूरी है। आज एक पद पर हजारों की संख्या में कैंडिडेट्स जॉब के लिए अप्लाई कर रहे हैं। साल दर साल बेरोजगारी भी बढ़ती जा रही है। सरकार को कोई ऐसा प्लान बनाना चाहिए, जिससे सभी को रोजगार मिल सके। रोजगार न मिलने से युवा वर्ग भटक रहा है, इससे समाज पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। आगामी लोकसभा चुनाव में जो भी पार्टी युवा वर्ग का ख्याल रखेगी, उसी की तरफ युवाओं का झुकाव होगा।
मेरा मुद्दा
1. पढ़ा-लिखा उम्मीदवार होना चाहिए।
2. बेरोजगारी का मुद्दा बड़ा होगा।
3. हायर एजुकेशन की सुविधा मिले।
4. परिवारवाद व जातिवाद को इस बार ना।
5. सिस्टम दुरुस्त करने वाला हो प्रत्याशी।
क्या कहते हैं युवा
इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी और अच्छी शिक्षा व्यवस्था के साथ-साथ पब्लिक की समस्याएं सुनने वाला पार्लियामेंट मेंबर होना चाहिए। जो रोजगार की बात करेगा, उसको इस चुनाव में वोट किया जाएगा।
-मयंक कुमार सिन्हा

वर्तमान में जो महिलाओं के लिए कानून बनाया गया है, वह ठीक है। लेकिन अभी भी सख्ती की जरूरत है। रोजगार हमारे लिए जरूरी है। लेकिन वैकेंसी जो आती हैैं, वह लंबे समय तक अटकी रहती हैं, जिसकी वजह से युवा बेरोजगार होकर घूम रहे हैं। कहीं न कहीं हमारी मेहनत पर पानी फिर जाता है।
-आलोक कुमार सिंह

इस चुनाव में हम पार्टी देखकर नहीं, जबकि प्रत्याशी को देखकर वोट देंगे। इस चुनाव में रोजगार और शिक्षा बड़ा मुद्दा होगा। यह लोकसभा के बड़े मुद्दे होने चाहिए। क्योंकि समाज को शिक्षित होना और बेरोजगारों के लिए रोजगार बहुत जरूरी है।
-रितिक रौशन

झारखंड में इन दिनों कोई भी नौकरी सही तरीके से पूरी नहीं हो पा रही है। नौकरी के लिए एक तो भर्ती देर से आती है। भर्ती आती भी है तो परीक्षा में ही स्कैम हो जाता है, कम से कम हम सभी के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।
-पीयूष कुमार

इस लोकसभा चुनाव में हम उसे वोट करेंगे जो हमारी बात करेगा। लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी एक अहम मुद्दा है, क्योंकि आज की डेट में वैकेंसी नहीं आ रही है। जो आ भी रही हैैं वह सभी थर्ड पार्टी एजेंसी के माध्यम भरी जा रही हैैं। इसमें स्टेब्लिटी नहीं है। इसके साथ ही जो हम जनप्रतिनिधि चुनते हैैं, उन्हें भी हमारे हक में बोलना चाहिए।
-आयुष खलखो

इस बार के चुनाव में हम देखेंगे कि कौन सा प्रत्याशी हमारे लिए काम करेगा। देश में युवाओं की आबादी सबसे ज्यादा है, इसलिए लोकसभा चुनाव के लिए बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है। युवाओं के बारे में सोचना चाहिए, क्योंकि युवा ही देश के भविष्य हैैं। किसी भी कैंडिडेट को चुनने से पहले यह भी देखूंगा कि वह हमारे संसदीय क्षेत्र के लिए क्या कर सकता हैै। कैंडिडेट का फेस बहुत मायने रखता है।
-बालेश खलखो

मैं पहली बार इस साल वोट करने जा रहा हूं। लोकतंत्र के इस महापर्व पर हमें जहां अपनी वोटिंग राइट का इस्तेमाल करना चाहिए। वहीं हम दूसरों को भी जागरूक करते हैैं। इस बार का चुनाव थोड़ा इंट्रेस्टिंग हैैं। चूंकि हाल ही में राम मंदिर जो वर्षो पुराना विवाद था, वह शॉर्टआउट हो चुका है।
-साक्षी शर्मा

इस चुनाव में हमारा सबसे बड़ा मुद्दा है कि रोजगार देने वाला सांसद ही चुनाव जीतकर आए। एक वोटर होने के नाते इन सबके अलावा युवाओं को रोजगार, अच्छी शिक्षा, चिकित्सा, विकास आदि भी चाहिए। बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है। वह भी युवाओं के लिए इसलिए हमें रोजगार ऐसा मिले जो स्थाई हो, जिसमें भविष्य हो। जो भी प्रतियोगी परीक्षाएं हों, उसमें पारदर्शिता हो, हम युवाओं के लिए लोकसभा चुनाव में यह बेहद बड़ा मुद्दा होगा।
-स्वेता कुमारी

इस चुनाव में जो प्रत्याशी होंगे उनको देखकर वोट किया जाएगा, वह कैसा काम करते हैं, उनके द्वारा पहले कैसा काम किया गया है। इसको देखकर ही वोट किया जाएगा। जो लोग पहले कई बार चुनाव जीत कर आएं हैं उन्होंने क्या काम किया है, उसका आकलन भी किया जाएगा।
-शैली रानी

हर बार सिर्फ वादा करके चुनाव जीतने वाले लोग इस बार नहीं आएं, इसके लिए हम युवाओं को आगे आना होगा। जिन्होंने पांच साल में अच्छा काम नहीं किया, अब वो जीतकर आगे आ भी गए तो क्या काम कर सकते हैं।
-प्रियांसी