रांची(ब्यूरो)। दरबार साहब श्री अमृतसर साहिब से पधारे महान रागी जत्था भाई ओंकार सिंह जी ने बेअंता बेअंत गुण तेरे, गुर सुंदर मोहन तार करै शबद गायन कर साध संगत को गुरबाणी से जोड़ा तो दूसरी ओर प्रकाश पर्व पर शिरकत करने विशेष रूप से पधारे विश्व विख्यात रागी जत्था भाई अमरजीत सिंह जी तान ने सुणी पुकार दातार प्रभ गुर नानक जग माहे पठाईया, हाल मुरीदां दा कहणा मितर प्यारे नू, तू प्रभ दाता दान मत पूरा हम थारे भेखारी जिओ जैसे कई शबद गायन कर साध संगत को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही संगत को वाहेगुरु का सिमरन भी कराया।

सजा विशेष दीवान

मौका था तीन दिवसीय समागम के तहत श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा द्वारा कृष्णा नगर कॉलोनी गुरुद्वारा साहिब में सजे विशेष दीवान का, जिसकी शुरुआत सुबह 10:30 बजे स्त्री सत्संग सभा की शीतल मुंजाल द्वारा मेरे हर प्रीतम की कोई बात सुनावैशबद गायन से हुई। इसके बाद हजूरी रागी जत्था भाई महिपाल सिंह जी ने मेरे साहिबा कौण जांड़े गुण तेरेशबद गायन किया।

गुरुनानक के बताए मार्ग पर चलें

बाबा सुखदेव सिंह जी (लंगरां वाले) ने कथावचन कर गुरुनानकजी को मसीहा बताते उनके बताए गए मार्ग पर चलने को कहा। सभा के सचिव अर्जुन देव मिढा ने बाबा सुखदेव सिंहजी और सुमित कलसी को गुरुघर का सरोपा देकर सम्मानित किया। श्री आनंद साहिबजी के पाठ, अरदास, हुकुम नामा एवं कढ़ाह प्रसाद वितरण के साथ दोपहर 2.45 बजे विशेष दीवान की समाप्ति हुई। दोपहर एक बजे से सत्संग सभा द्वारा गुरु का अटूट लंगर चलाया गया। मंच संचालन मनीष मिढा ने किया।

यूट्यूब चैनल मेरे साहब पर लाइव प्रसारण

सत्संग सभा के मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने बताया कि इस कार्यक्रम का गुरु नानक सत्संग सभा के यूट्यूब चैनल मेरे साहब पर गुरु घर के सेवक पवनजीत सिंह द्वारा लाइव प्रसारण किया गया। रात का दीवान रात 8 बजे से 11:30 बजे तक सजाया गया, जिसमें भाई अमरजीत सिंह जी तान एवं भाई अमनदीप सिंह जी लुधियाना वाले ने शबद गायन किया। आज के दीवान में सत्संग सभा के अध्यक्ष द्वारका दास मुंजाल, सचिव अर्जुन देव मिढा, अशोक गेरा, हरविंदर सिंह बेदी, मोहन लाल अरोड़ा, सुरेश मिढा, हरगोबिंद सिंह, मोहन काठपाल, नरेश पपनेजा, अमरजीत गिरधर, लेखराज अरोड़ा, अनूप गिरधर, विनोद सुखीजा, जीवन मिढा, लक्ष्मण सरदाना, महेंद्र अरोड़ा, रमेश पपनेजा, इन्दर मिढा, प्रेम मिढा, प्रताप खत्री, हरिश मुंजाल, रमेश गिरधर, हरजीत बेदी, सुभाष मिढा, लक्ष्मण दास मिढा, वेद प्रकाश मिढा, जीतू अरोड़ा, आशु मिढा, नवीन मिढा, नीरज सरदाना, ईशान काठपाल, महेश सुखीजा, नीरज गखड़, डॉ अजय छाबड़ा समेत अन्य शामिल थे।