रांची (ब्यूरो) । रिम्स डेंटल कॉलेज के इंटर्न छात्रों के लिये एसोसिएशन ऑफ़ ओरल एंड मैक्सिलोफ़ेशियल सर्जन्स ऑफ़ इंडिया बिहार झारखंड चैप्टर की तरफ़ से बेसिक लाइफ सपोर्ट और सीपीआर पर ट्रेनिंग का आयोजन किया गया। हर छात्र को सीपीआर देने की प्रैक्टिस भी कराई गई। मौक़े पर रिम्स एनेस्थीसिया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ लाढ़ू लकड़ा, मैक्सिलोफ़ेशियल सर्जन डॉ अनुज कुमार, मेडिका अस्पताल के डॉ रोहित सेंगर, रिम्स डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ जयप्रकाश, रिम्स डेंटल कॉलेज के ओरल सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ प्रजापति, डॉ अजय शाही, डॉ ओम प्रकाश तथा अन्य फैकल्टी मौजूद रहे।
अबुआ आवास की लिस्ट को लेकर रोष
झारखंड सरकार के महत्वकांक्षी योजना आबूआ आवास को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में काफी रोष है। आबूआ आवास योजना को लेकर मारधान पंचायत के चिरूडीह में ग्रामीणों ने बैठक कर रोष जताया। ग्रामीणों का कहना है की ग्राम सभा के माध्यम से क्रमबद्ध सूची तैयार कर प्रखंड कार्यालय को सौंपा गया था। लेकिन ग्राम सभा के क्रमबद्ध सूची को नजरंदाज कर मनमानी रूप से सूची तैयार की है। ग्रामीण बिंदावन स्वांसी का कहना है की वह करीब सात वर्षो से बेघर है। दूसरे के यहां रहकर अपनी जीविका चलता है। उसने अपना दर्द बयां करते हुए बताया की आबुआ आवास योजना से सरकार से एक उम्मीद जगी थी। लेकिन लगता है की अब वह सिर्फ सपना बनकर रह जायेगा। ग्राम प्रधान बांके लाल सिंह मुंडा ने बताया की प्रखंड से ग्राम सभा कर योग्य लाभुकों को क्रमबद्ध किया गया था। जिससे गरीब वर्ग के लोगों को एक आस जगी थी। यहां तक कि प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार प्रजापति खुद लोगों के घरों में जाकर सत्यापन किए थे। लेकिन जरूरतमंदों तक सरकार की कल्याणकारी योजना का लाभ नहीं मिल पाया। इधर, विधायक प्रतिनिधि ऋषिकेश महतो ने कहा की सरकार बेघर तथा झोपड़ी में रहने वाले के लिए अबुआ आवास योजना लेकर आई है। लेकिन पूरे झारखंड से इस तरह आबुआ आवास योजना में गड़बड़ी की खबरें आ रही हैं।