-हर दिन 200 से 250 लोग पहुंच रहे देखने
-बच्चे 30 व वयस्क 50 रुपये में देख रहे हैं तारामंडल
-स्कूली बच्चों की संख्या अधिक, अक्टूबर में हुई शुरुआत
चिरौंदी स्थित तारामंडल को आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। आमलोग अपने बच्चों के साथ तारामंडल देखने पहुंच रहे हैं, लेकिन बीच-बीच में तारामंडल का शो बंद हो जाता है और लोगों को बाहर निकलना पड़ता है। बीच में यह कभी धोखा भी दे जाता है। तारामंडल के कार्यकारी निदेशक जीएसपी गुप्ता ने बताया कि इसका टेक्निकल संचालन कोलकाता से किया जाता है। टेक्निकल टीम कोलकाता में बैठती है, इसलिए कभी-कभी थोड़ी परेशानी होती है, लेकिन इसे जल्द ठीक कर लिया जाता है। हालांकि यह रेयर ही हुआ है। अब तक एक ही बार बंद हुआ है।
हर दिन 250 लो
जीएसपी गुप्ता बताते हैं कि अक्टूबर से तारामंडल शुरू हुआ है। शुरुआत में लोगों की भीड़ कम आ रही थी। लेकिन दिसंबर महीने से लोगों की भीड़ बढ रही है। अमूमन हर दिन ऑन एन एवरेज 200 से 250 लोग शो देखने के लिए पहुंच रहे हैं। खासकर स्कूल के छात्रों की भीड़ अधिक रहती है।
ग्रुप में आने पर है छूट
तारामंडल ने जो दर तय किया है उसके अनुसार वयस्क के लिए अब 50 रुपये और बच्चे अधिकतम 12 वर्ष के लिए 30 रुपये का टिकट रखा गया है। वहीं स्कूल से कम से कम 25 विद्यार्थियों की टीम आने पर प्रति विद्यार्थी टिकट दर 29 रुपये रखी गयी है। तारामंडल में रोजाना चार शो दिखाये जा रहे हैं। पहला शो सुबह 11.30 बजे से, दूसरा शो दोपहर 1.30 बजे से, तीसरा दोपहर तीन बजे और चौथा व अंतिम शो अपराह्न चार बजे से शुरू होता है। प्रत्येक शो 25 से 35 मिनट का होता है। साढ़े 11 बजे अंग्रेजी, डेढ़ बजे हिंदी, तीन बजे अंग्रेजी व चार बजे हिंदी में शो दिखाया जा रहा है।
26 करोड़ की लागत
रांची के चिरौंदी में बना तारामंडल राज्य का पहला तारामंडल है। इसकी निर्माण लागत करीब 26 करोड़ रुपये है। इसका डिजाइन क्रिएटिव म्यूजियम डिजाइन सीएमडी ने किया है, जो केंद्र सरकार की नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम की इकाई है। इसके निर्माण में केंद्र द्वारा राज्य सरकार को सब्सिडी दी गयी है। यह तारामंडल कोलकाता स्थित विश्व के दूसरे सबसे बड़े बिरला तारामंडल की तर्ज पर बना है।
एस्ट्रोनॉमी गैलरी सबसे खास
साइंस सिटी में बना तारामंडल की सबसे बड़ी खासियत यहां बनी एस्ट्रोनॉमी गैलरी है। इसमें एस्ट्रोनॉमी से संबंधित चीजों को रखा गया है। इसमें अमेचर खगोल विज्ञान क्लब भी है। इसकी विशेषता यह है कि लोग ब्लैक होल, बिग बैंग थ्योरी आदि का ज्ञान यहां प्राप्त कर पाएंगे। इसी में दुनियाभर की खगोलीय घटनाएं दिखायी जाती है। इसमें एक समय में 8500 तारे स्क्रीन पर दिखाये जाते हैं। इसके लिए तारामंडल में हायर एएनएसआई लूमन कैपेसिटी प्रोजेक्टर लगाया गया है। इसमें एक साथ 160 लोगों के बैठने की व्यवस्था है।
इस तारामंडल का टेक्निकल संचालन कोलकाता से किया जाता है। टेक्निकल टीम कोलकाता में बैठती है, इसलिए कभी-कभी थोडी परेशानी होती है। अब तक एक ही बार बंद हुआ है। लेकिन इसे जल्द ठीक कर लिया जाता है।
जीएसपी गुप्ता, कार्यकारी निदेशक, तारामंडल