RANCHI: ट्रॉली पर सामान ढोया जा रहा है। मरीज अपने परिजन के कंधे पर सवार होकर सीढि़यां चढ़ रहा है और मंत्रीजी अपनी उपलब्धि्यां गिनवाने में मशगूल हैं। जी हां, यह अजीबोगरीब स्थिति रिम्स में शुक्रवार को उस समय देखने को मिली, जब स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ईस्ट जोन में उभरते हुए मेडिकल कॉलेज के रूप में रिम्स को वर्ल्ड वाइड अचीवर्स की ओर से मिलने वाले अवार्ड की चर्चा कर रहे थे। ठीक उसी समय एक महिला अपनी म्0 वर्षीया बीमार सास को कंधे पर लादकर अल्ट्रासाउंड कराने जाने के लिए सीढि़यां चढ़ रही थी। वहीं, दूसरी ओर ट्रॉली पर दवाएं व अन्य मेडिकल इंस्ट्रूमेंट्स ढोए जा रहे थे। इससे स्पष्ट है कि रिम्स में मिलने वाली सुविधाओं के दावों का दूर-दूर तक हकीकत से कोई वास्ता नहीं है।
मेडिसीन वार्ड में भर्ती है मरीज
हरमू की रहने वाली अंबिका देवी को गले में इंफेक्शन था। खाना खाने में परेशानी हो रही थी। उसे मंगलवार को मेडिसीन के सी टू वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लिखा। लेकिन, उनके परिजन जब मरीज को ले जाने के लिए ट्राली मांगने गए, तो ट्रॉली खाली नहीं होने की बात कही गई।
ट्राली पर ढोया जा रहा सामान
एक तरफ मरीज को ट्राली नहीं मिल रही है और दूसरी ओर ट्राली पर रिम्स में सामान ढोया जा रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मरीज से ज्यादा वैल्यू सामान का है।