रांची : पहले लिव इन.फिर डबल मर्डर.दोहरे हत्याकांड का गवाह बना घर का सेफ्टी टैंक और लवर ही निकला किलर। सिटी में सोमवार को सनसनी फैल गई जब अरगोड़ा जैसे रिहायशी इलाके में एक मकान के सेफ्टी टैंक से दो नरकंकाल बाहर निकाले गए। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और थोड़ी सी छानबीन में ही खुलासा हो गया कि दोनों शव मां-बेटी के हैं। यह मां रेख्रा तिग्गा (27 साल) और बेटी प्रियांशी (5 साल) करीब दो माह पहले तक उसी घर में किराएदार थी। अचानक एक रात दोनों गायब हो गईं। वह अपने पहले पति सुखदेव उरांव की मौत के बाद रातू के शमीम के साथ लिव इन में रह रही थी। यह जानकारी घर के मालिक भैरो तिग्गा ने दी।
सीआईएसएफ के एएसआई हैं भैरो तिग्गा
भैरो तिग्गा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल से सेवानिवृत्त एएसआइ हैं। रेखा तिग्गा पिछले एक साल से अपने प्रेमी मोहम्मद शमीम (30) के साथ 'लिव इन रिलेशनशिप' में रह रही थी। दोनों कंस्ट्रक्शन फील्ड से जुड़े थे। दोनों मूल रूप से रातू के रहने वाले हैं। भैरो ने बताया कि 21 अप्रैल से उन्होंने रेखा को नहीं देखा था। 22 अप्रैल को मोहम्मद शमीम आया और कहा कि उसे घर में नहीं रहना, वह घर खाली करेगा। इसके बाद वह चला गया लेकिन इस बीच भी रेखा और प्रियांशी उन्हें नजर नही आई।
बच्ची के कपड़े भी जलाए
भैरो ने पुलिस को बताया कि बच्ची के किताब व कुछ कपड़े भी शमीम ने जलाए थे। 24 अगस्त को कपड़ा ले जाने के लिए शमीम अंतिम बार वहां पहुंचा था, लेकिन मकान मालिक ने कपड़ा ले जाने नहीं दिया। 28 अगस्त को रेखा की भतीजी व दामाद सामान लेने आए तो भैरो ने कहा कि उनकी पत्नी आएगी, तब सामान मिलेगा। भैरो ने पूछा कि रेखा व बच्ची ठीक तो हैं, कहां हैं सभी। इसपर भतीजी ने कहा कि वे लोग लापता हैं, उनका कहीं अतापता नहीं है।
फोन पर शमीम ने कहा भाग गई रेखा
भैरो की पत्नी ने मोहम्मद शमीम को फोन लगाया तो उसने बताया कि वह चाईबासा में है। जब उन्होंने पूछा कि रेखा व बच्ची का पता चला, तो उसने बताया कि वह किसी बंगाली के साथ भाग गई। बंगाली से खूब बात करती थी, उसी के साथ भागी है। इस बयान से यह साफ हो गया कि शमीम ही कांड का मास्टर माइंड है।
आज खुलेगा डबल मर्डर का राज
हत्या कैसे हुई, इसका खुलासा पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही हो पाएगा। फिलहाल मां-बेटी के नरकंकाल को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया है। आज पोस्टमार्टम के बाद इस डबल मर्डर के राज से परदा उठ जाएगा।
मक्खियों से हुआ राजफाश
भैरो तिग्गा ने बताया कि रविवार की रात तेज बारिश हुई, सोमवार की सुबह करीब छह बजे वे घर के पीछे गए तो सेफ्टी टैंक के पास मक्खियां भिनभिना रही थीं। उन्होंने इसकी सूचना रेखा की भतीजी को दी। रेखा की भतीजी व दामाद पहुंचे। दामाद अनिल तिग्गा नगर निगम कर्मी हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह की मक्खियां किसी जानवर आदि के सड़ने पर भिनभिनाती हैं। इसके बाद भैरो ने परिवार के अन्य सदस्य को बुलाने के लिए कहा और पुलिस को भी इसकी सूचना दी। मौके पर परिवार के लोग भी पहुंचे। जब टैंक का स्लैब उठाया गया, तो वहां मां-बेटी का नरकंकाल पड़ा था। कपड़े आदि से उनकी पहचान हुई।
क्या कहा रेखा की बहन पंचमी ने
अरगोड़ा के पिपरटोली में मारी गई रेखा तिग्गा तीन बहनों में सबसे छोटी थी। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची उसकी मंझली बहन पंचमी तिग्गा ने बताया कि पति की मौत के बाद रेखा पिछले एक साल से मोहम्मद शमीम के साथ 'लिव इन रिलेशन' में रह रही थी। इसकी जानकारी पूरे परिवार को थी। मोहम्मद शमीम से पंचमी भी बात करती थी। पंचमी ने बताया कि करीब 15 दिन पहले उसकी मोहम्मद शमीम से बातचीत हुई थी, शमीम बताया था कि खाना बनाने को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया, जिसके बाद वह भाग गई है।
पूरे मुहल्ले में हलचल
दोहरे हत्याकांड की सूचना जिसे मिली, वह घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ा। देखते ही देखते मकान मालिक भैरो तिग्गा के घर में भारी भीड़ जुट गई। लोग यह जानने को उत्सुक थे कि आखिर इतनी बड़ी घटना घटी कैसे हो गयी और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी।
पहुंचे सिटी एसपी व कई अधिकारी
दोहरे हत्याकांड की सूचना पर रांची के एसपी (सिटी) हरिलाल चौहान मौके पर पहुंचे और आवश्यक छानबीन के बाद लौट गए। पूरे मामले की छानबीन के लिए डीएसपी हटिया प्रभात रंजन बरवार, डीएसपी सदर दीपक पांडेय, डीएसपी सिटी अमित कुमार, अरगोड़ा थाने की पुलिस, सीआइडी के क्षेत्रीय डीएसपी मोहम्मद नेहालुद्दीन, सीआइडी रांची के प्रभारी रविकांत आदि पहुंचे थे। कमरे को बंद करवा दिया गया है, जिसकी फॉरेंसिक जांच की जाएगी।