रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची में फिर से फूड सैंपल जांच का रास्ता साफ हो गया है। नामकुम स्थित लैब में फिर से फूड के सैंपल की जांच की जा सकेगी। इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मान्यता दे दी गई है। बता दें कि फेस्टिव सीजन शुरू हो रहा है। दशहरा से लेकर दीपावली तक मिठाइयों की खूब ब्रिकी होती है। ऐसे में सैंपल जांच का रास्ता साफ होना राहत की खबर है। लोकल लेवल पर सैंपल जांच होने से मिठाइयों की क्वालिटी का जल्द पता चलेगा और फिर कार्रवाई भी जल्द की जा सकेगी। इससे मिलावटी मिठाइयों को खाने से सिटी के लोग बहुत हद तक बच सकेंगे।
क्यों रद थी मान्यता
बता दें कि साल 2020 से ही सैंपल जांच की मान्यता रद्द कर दी गई थी। नेशनल एक्रिडिएशन बोर्ड फ ॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेट्रीज (एनएबीएल)ने राज्य फू ड टेस्टिंग लैब की मान्यता रद्द की थी। एनएबीएल मानक के अनुसार, इस लैब को साल 2020 तक अपग्रेड नहीं किए जाने के कारण एनएबीएल ने इसकी मान्यता रद्द की। ऐसे में दो साल लैब की मान्यता रद्द रही। अब मान्यता मिलने के बाद राज्य के सैंपल राज्य में ही जांच किए जा सकेंगे।
लिखा गया है पत्र
इस संबंध में व्यवसायियों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की ओर से कई बार मंत्रालय और राज्य सरकार को पत्र लिखा गया। अब राज्य में ही लीगल सैंपल की जांच हो सकेगी। लैब का सुगम संचालन नहीं होने के कारण फूड सैंपल की रिपोर्ट जो पहले 14 दिनों में आती थी, उसे आने में महीने भर से अधिक समय लग रहा था। जांच रिपोर्ट आने में विलंब के कारण क्वालिटी प्रोडक्ट बेचनेवाले दुकानदारों को अधिक परेशानी हो रही थी।
आम लोग भी करा सकेंगे जांच
आम लोग भी अपने प्रोडक्ट की जांच इस लैब से कुछ निर्धारित शुल्क का भुगतान करके करा सकेंगे। इसकी व्यवस्था भी की जाएगी। इससे लोगों को काफी सहूलियतें होंगी। वर्तमान में एफ एसएसएआई लाइसेंस लेने के लिए लोगों को प्राइवेट लैब से अपने प्रोडक्ट की जांच रिपोर्ट देने की बाध्यता है। यदि इसी लैब से कुछ निर्धारित शुल्क लेकर जांच रिपोर्ट बनाने की सुविधा दी जाय तो लोगों को राहत होगी।
हर साल 1400 सैंपल जांच
रांची सहित राज्य भर के सभी जिलों से करीब 1400 खाद्य पदार्थों की जांच हर साल की जाती है। खासकर जब भी त्योहारी सीजन आता है, सभी जिलों में मिठाई दुकानों के खाद्य पदार्थों की जांच की जाती हैं। सैंपल कलेक्ट किया जाता है। साल भर में काफी संख्या में सैंपल की जांच होती है। सबसे अधिक रांची जिले से सैंपल कलेक्ट किए जाते हैं।दो साल से रांची में खाद्य पदार्थों की जांच बंद थी। अब भारत सरकार द्वारा नामकुम स्थित लैब को मान्यता दे दी गई है। अब झारखंड के जितने भी सैंपल होंगे, उनकी लीगल जांच रांची में ही होगी। इससे समय और खर्च दोनों बचेगा।
-चतुर्भुज मीणा, फूड एनालिस्ट, नामकुम फूड लैब, रांची