RANCHI:महिलाओं को जल्द न्याय मिले। उनकी शिकायत का जल्द से जल्द निदान हो इसी उद्देश्य से थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाया जाना था। इसके लिए निर्भया फंड से तीन करोड़ रुपए की स्वीकृति भी दे दी गई है। इसके बावाजूद राजधानी के थानों में महिलाओं के लिए न तो अलग से सेल बना और न ही महिला हेल्प डेस्क की स्थापना हुई। जुलाई में ही महिला हेल्प डेस्क बनाने की घोषणा की गई थी। छह महीने बीतने के बाद भी इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ। राज्य के सभी जिलों में महिला हेल्प डेस्क बनाया जाना था, लेकिन दुर्भाग्य है कि राजधानी के थानों में ही महिलाओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। इस वजह से फरियाद लेकर आने वाली महिलाओं के साथ ही महिला पुलिसकर्मियों की परेशानी कम नहीं हो रही है।

कोई व्यवस्था नहीं

सिटी के कोतवाली, डेली मार्केट, सुखदेव नगर, पंडरा ओपी, चुटिया समेत अन्य किसी भी थानों में महिला हेल्प डेस्क नहीं है। कोतवाली थाना के पुलिस अधिकारी ने बताया कि थाना में महिला पुलिस है। महिला ही थाना ही संचालित कर रही है। शिकायत लेकर आने वाली महिलाओं के साथ महिला पुलिसकर्मी ही केस लिखती हैं, लेकिन यहां अलग से महिला हेल्प डेस्क नहीं बनाया गया है। सुखदेवनगर थाना में महिला के लिए बनाए गए स्थान पर पुरानी फाइल और टूटे हुए टेबल रखे हैं। डेली मार्केट थाना की महिला पुलिसकर्मी ने बताया कि महिलाओं के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं है।

सिटी में सिर्फ एक महिला थाना

सिटी में एक महिला थाना है, लेकिन वहां तक सभी महिलाएं पहुंच भी नहीं पाती हैं। किसी भी महिला पर कोई अत्याचार या उत्पीड़न होता तो वह सबसे पहले लोकल थाना ही पहुंचती हैं, जहां पुरुष पुलिस ऑफिसर के सामने कई बातें बताने से भी महिलाएं हिचकिचाती हैं। लोकल थानों में फरियाद लेकर आनेवाली महिलाओं की शिकायत सुनने का भी किसी के पास फुर्सत नहीं होता है।

थाने में महिला टॉयलेट तक नहीं

राजधानी में पुलिस स्टेशन की हालत काफी खराब है। परिकल्पना तो सभी थानों को स्मार्ट बनाने की थी, लेकिन थानों को दुरुस्त भी नहीं किया जा सका है। कई पुलिस स्टेशन तो ऐसे हैं, जहां महिला हेल्प डेस्क तो दूर महिलाओं के लिए अलग से वॉशरूम तक नहीं है। राजधानी का सबसे प्रमुख क्षेत्र जहां सीएम आवास है। यह इलाका गोंदा थाना क्षेत्र में आता है, लेकिन थाने की हालत काफी खराब है। थाने में महिला हेल्प डेस्क नहीं बना। यहां की महिला पुलिसकर्मियों को जेंट्स वॉशरूम का इस्तेमाल करना पड़ता है। महिला पुलिसकर्मी ने बताया कि टायॅलेट में कुंडी तक नहीं है, जिससे उन्हें बहुत दिक्कत होती है। वॉशरूम से उठने वाली बदबू महिलाओं की परेशानी और बढ़ा रही है।