RANCHI: होली फेस्टिवल हर कोई अपने परिवार के साथ मनाना चाहता है। ऐसे में ट्रेन से इसबार घर जानेवाले खासकर बिहार और यूपी के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ेगी। ट्रेनों में सीटें फुल हो चुकी हैं। कुछ ट्रेनों में गिनती की सीटें बची हैं। लेकिन वह भी लोगों के लिए पर्याप्त नहीं होंगी। इसके अलावा रांची से दूसरे राज्यों के लिए खुलने वाली बसों में भी पहले से ही सीटों की बुकिंग है। ऐसे में परिवार के साथ होली मनाने वालों के लिए प्राइवेट गाडि़यों का ही सहारा है, जिससे कि लोगों को अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। वहीं कई लोगों ने खुद की गाडि़यों से भी जाने का प्लान बना लिया है।
वापसी में होगी मारामारी
होली खत्म होने के बाद 11 मार्च से लोगों के काम पर लौटने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। ऐसे में वापसी में भी ट्रेनों में मारामारी होगी, जबकि बसों का भी हाल अभी जैसा ही होगा। चूंकि होली के बाद सभी ऑफिस, स्कूल, कॉलेज तीन दिनों तक खुले रहेंगे। ऐसे में हर हाल में लोग अपने काम पर पहुंचना चाहेंगे।
प्राइवेट गाडि़यों की भारी डिमांड
सिटी से अपने गांव जाने के लिए लोग प्राइवेट कारों का रुख कर रहे हैं। चूंकि प्राइवेट कारों में उन्हें ड्राइवर भी मिल रहा है। वहीं रेंट और फ्यूल देकर वे बिना किसी टेंशन के जा सकते हैं। हालांकि इसके लिए लोगों को थोड़ी ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी। लेकिन आराम के लिए लोग यह भी करने को तैयार हैं।
ये है ट्रेनों की स्थिति
-18611 रांची-वाराणसी इंटरसिटी : आरएसी
-18626 रांची-पटना एक्सप्रेस : वेटिंग
-12366 रांची-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस : वेटिंग
-18622 पाटलीपुत्र एक्सप्रेस : 9 मार्च अवेलेवल
-18616 क्रिया योगा एक्सप्रेस : आरएसी
-18310 जम्मूतवी संबलपुर एक्सप्रेस : वेटिंग
-20840 राजधानी एक्सप्रेस : आरएसी
-18625 पटना-रांची एक्सप्रेस : वेटिंग
-18621 पटना-रांची एक्सप्रेस : 9 मार्च अवेलेवल
क्या कहते हैं लोग
पटना जाने के लिए ट्रेन में रिजर्वेशन कराने के लिए आई हूं। लेकिन ट्रेनों में लंबी वेटिंग चल रही है। वहीं स्पेशल ट्रेन का किराया इतना अधिक है कि उससे जाना तो संभव नहीं है।
सुष्मिता राज
ट्रेन में जिस तरह से वेटिंग चल रही है। उससे तो साफ है कि वेटिंग कन्फर्म नहीं होगा। इसलिए रिजर्वेशन नहीं कराया। अब देखना होगा कि कैसे घर जाना होगा।
सोनाली कुमारी राय
रेगुलर चलने वाली ट्रेनों में भीड़ है। अब स्पेशल ट्रेन चलाई गई हैं, जिसका टिकट काफी महंगा है। आखिर स्पेशल ट्रेन का भाड़ा भी रेगुलर ट्रेन जैसा होता तो अच्छा था।
आसना गुप्ता
अधिकतर ट्रेनों में लंबी वेटिंग चल रही है। कुछ ट्रेनों में आरएसी है तो कम से कम बैठकर जा सकेंगे। अब पूरी फैमिली के लिए एक साथ जाना बड़ी समस्या बन गई है।
सौम्या भगत
रेलवे स्पेशल ट्रेन तो चलाता है। लेकिन लोगों की सुविधा का भी ध्यान रखना चाहिए। इसलिए इन ट्रेनों का किराया तत्काल कम कर देना चाहिए,
राहुल कुमार
फेस्टिवल को लेकर रेलवे को तैयारी करनी चाहिए। चूंकि होली में तो लोग घर जरूर जाते हैं। इसके बाद फिर से वापसी की टेंशन होती है। अगर एक सीट मिल जाए तो राहत होती है।
सौरव कुमार