रांची(ब्यूरो)। कांके में 18 करोड़ का स्लॉटर हाउस बना है। काफी मशक्कत के बाद इसका संचालन भी शुरू हो गया है। लेकिन, मिस मैनेजमेंट का आलम ये है कि यहां डेली महज 10-12 खस्सी ही कट रहे हैं। जबकि इसकी कैपासिटी हर दिन 2000 खस्सी काटने की है।
नहीं पहुंच रहे कारोबारी
इधर, राजधानी में अब भी गली-गली में खुले शॉप में मटन कट रहे हैं। इन अवैध मटन शॉप पर कार्रवाई नहीं होने के कारण कारोबारियों को स्लॉटर हाउस जाने की दरकार नहीं पड़ रही है। वहीं, स्थानीय लोग भी मामले को लेकर उतने गंभीर नहीं हैं कि खुले में कटा मटन न खरीदकर स्लॉटर हाउस की मटन की डिमांड करें। इसके लिए कहीं ना कहीं, रांची नगर निगम और जिला प्रशासन दोषी है, जो ना तो सिटी के लोगों को स्लॉटर हाउस के मटन के लिए अवेयर कर पाया और ना जिला प्रशासन ने ही सिटी में खुले में चल रहे अवैध मटन शॉप पर कार्रवाई की।
नुकसानदेह है संचालन : नगर प्रशासक
अब इस संबंध में नगर निगम के प्रशासक अमित कुमार ने बताया कि सिटी के लोगों द्वारा इसमें रुचि नहीं लेने के कारण इसका संचालन करना घाटे का सौदा साबित हो रहा है। इस स्लॉटर हाउस की क्षमता जहां प्रतिदिन 2000 खस्सी काटने की है, वहीं इसमें प्रति दिन महज 10 से 12 खस्सी ही कट रहे हैं। ऐसे में पॉवर पूरा इस्तेमाल हो रहा है लेकिन प्रोडक्ट कम निकल रहा है। इससे स्लाटर हाउस का खर्चा भी नहीं निकल पाएगा। ऐसी स्थिति में इसका संचालन नुकसानदेह हो सकता है। स्लॉटर हाउस में खस्सी नहीं कटने की वजह से यहां पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहता है। यहां काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि अपेक्षा के अनुरूप ऑर्डर नहीं आ रहे हैं, जिस कारण पूरे दिन बैठ कर बिताना पड़ता है।
पांच एकड़ में स्लॉटर हाउस
पांच एकड़ में फैले इस स्लॉटर हाउस में ऐसे उपकरण हैं, जहां से खस्सी काटकर उसके मीट की सप्लाई पूरे शहर में की जा सकती है। लेकिन गली-गली में मटन शॉप खुले होने के कारण कोई व्यक्ति यहां मीट खरीदने नहीं पहुंच रहा है। लोग अपने घर के पास से ही खस्सी खरीद लेते हैं। इस स्लॉटर हाउस में कोई भी व्यक्ति मात्र सौ रुपये देकर खस्सी या बकरा की कटाई करा सकता है। लेकिन इसकी जानकारी अब तक सभी को नहीं है। इस कारण लोग यहां जाते ही नहीं हैं।
अवैध मटन शॉप पर कार्रवाई नहीं
इस स्लॉटर हाउस में धार्मिक मान्यता को देखते हुए झटका व हलाल, दोनों ही विधि से पशु काटने की व्यवस्था है। यहां काटे गए मीट की सप्लाई शहर की विभिन्न दुकानों में करने के लिए चिलिंग वैन की भी सुविधा उपलब्ध है। गली मुहल्ले में अवैध रूप से संचालित हो रहे मटन शॉप पर कार्रवाई की जाए तो स्लॉटर हाउस की एक्टिविटी भी बढ़ेगी और लोगो को हाइजीन मटन भी मिल सकेगा। अवैध मांस-मछली विक्रेताओं पर कार्रवाई करने का आदेश हाईकोर्ट भी जारी कर चुका है। फिर भी कारोबारियों द्वारा न तो नियम का पालन किया जा रहा है और न ही नगर निगम या जिला प्रशासन कोई कार्रवाई कर रहा है।
पांच सालों से बंद था स्लाटर हाउस
रांची शहर के लोगों को हाइजेनिक मटन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कांके में नगर निगम द्वारा हाइटेक स्लॉटर हाउस का निर्माण किया गया है। लेकिन, यह पिछले पांच सालों से बंद था। इस कारण यहां की मशीनें रखी-रखी कबाड़ हो रही थीं। म्यूनिसिपल कमिश्नर अमित कुमार के प्रयास से बीते महीने ही इसका संचालन शुरू कराया गया है। स्लॉटर हाउस संचालन का जिम्मा अर्श एंड अहलाम व माइक्रो ट्रांसमिशन सिस्टम एजेंसी को सौंपा गया है।