रांची(ब्यूरो)। दुर्गा पूजा महोत्सव का शुभारंभ हो चुका है। श्रद्धालु घरों से बाहर निकलने लगे हैं। पूजा पंडालों के आसपास श्रद्धालुओं की भीड़ उमडऩे लगी है। रांची नगर निगम भी फेस्टिव मूड में चला गया है, जिसका नतीजा सिटी की सड़कों पर देखा जा रहा है। सड़क, चौक-चौराहों समेत विभिन्न गलियों-मुहल्लों में गंदगी का अंबार है। निगम के अधिकारी और कर्मचारी गहरी नींद में सो रहे हैं, जहां एक ओर श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए सड़क पर निकल रहे हैं। वहीं दूसरी ओर माता के दर्शन से पहले उन्हें गंदगी और कुड़े-कचरे का दर्शन करना पड़ रहा है। सड़क पर फैली गंदगी से होकर ही श्रद्धालु माता के पंडालों तक पहुंच रहे हैं। हालांकि पूजा पंडालों के आसपास पूजा समिति की ओर से साफ-सफाई कराई गई है, लेकिन शहर के अन्य इलाकों का हाल बुरा है। यहां साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
पूजा में चरमराई सफाई व्यवस्था
दुर्गा पूजा के माहौल में ही शहर की सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। हालात ऐसे ही रहे तो पूजा पंडालों तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। रांची नगर निगम के अधिकारियों की मानें तो इसका मुख्य कारण सफाई वाहन चालकों का अनियमित रूप से काम करना है। चालक काम पर समय से आ नहीं रहे हैं। कुछ चालक आते हैं जिनसे पूरे शहर की सफाई नहीं हो पा रही है। दो से तीन ट्रिप करने में ही दिन निकल जाता है। नतीजन गंदगी पड़ी रह जाती है। वहीं गंदगी बाद में बारिश से या जानवरों द्वारा फैला दी जाती है। जो इधर-उधर फैल कर पूरे शहर को गंदा करती है। विशेष कर मोहल्ले जैसे विद्यानगर, गंगानगर, फ्रेंड्स कॉलोनी, पंडरा, मधुकम, रुगड़ी गढ़ा, थड़पखना आदि इलाकों में गंदगी का अंबार है। इधर बिरसा चौक से हटिया स्टेशन जाने वाले मार्ग पर मुख्य सड़क के किनारे पिछले कई दिनों से कूड़े का ढेर पड़ा है। कांपैक्टर खराब होने से इलाके से कचरे का उठाव नहीं हो रहा है। इंदिरा पैलेस के पीछे स्थित दुर्गा मंडप के बगल में कई दिनों से सड़क का आधा हिस्सा कूड़े से पटा हुआ है। दुर्गध आ रही है। इस रास्ते से आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानियां हो रही हैं। साथ ही अपर बाजार में भी कई जगहों पर कूड़े का ढेर पड़ा है।
संसाधन कम होने का भी असर
रांची नगर निगम का संसाधनों का रोना सालों भर लगा रहता है। मैन पॉवर की भी कमी बता कर निगम अपना पल्ला झाड़ता रहा है। बता दें कि निगम के पास मौजूदा समय में 152 टाटाएस व टाटा जिप हैं, जिससे रांची नगर निगम क्षेत्र के 53 वार्ड की सफाई कराई जाती है। इसी प्रकार, गली-मोहल्लसें में कूड़ा उठाव कार्य के लिए 170 ट्रैक्टर हैं। जिनमें 20 परसेंट ट्रैक्टर अक्सर खराब ही रहते हैं। वाहनों की संख्या के अनुरूप चालक की भी कमी है। इधर, मिनी ट्रांसफर स्टेशन (एमटीएस) में उपलब्ध आधे से अधिक कांपैक्टर खराब हैं। नतीजतन छोटे वाहन कूड़े से भरे एमटीएस पर ही खड़े रहते हैं। इन्हें खाली होने में समय लगता है, जिससे कूड़े का उठाव नहीं हो पाता।
डोर टू डोर कलेक्शन में भी लापरवाही
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन में भी लापरवाही बरती जा रही है। समय से कूड़ा नहीं उठने से लोग मजबूरी में मकान, दुकान का कचरा निकाल कर सड़क पर ही फेंक देते हैं। बीट प्लान के अनुसार छोटे वाहनों की संख्या भी कम है। इस कारण 60 परसेंट ही डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन हो पाता है। दुर्गा पूजा को देखते हुए निगम ने विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया था। लेकिन अभियान का कोई असर जमीन पर देखने को नहीं मिला। निगम के कर्मचारी सिर्फ प्रमुख सड़क और पूजा पंडाल के आसपास ही सफाई कर रहे हैं। सड़क के अन्य हिस्सों की सफाई नहीं हो रही है।
क्या कहती है पब्लिक
पूरे साल तो लापरवाही करता ही है नगर निगम, कम से कम फेस्टिवल के दौरान भी निगम को सतर्कता बरतनी चाहिए। साफ-सफाई पर इस वक्त ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।
-आकाश

जिस सड़क से होकर श्रद्धालु माता का दर्शन करनेे जाएंगे, वहां गंदगी होने से परेशानी तो होगी ही। इस पर निगम को अलग से काम करना चाहिए। पूजा के दौरान स्पेशल ड्राइव चलाई जाए।
-सुमीत

पूजा समिति द्वारा पंडाल के आसपास खुद से सफाई कराई गई है। इसमें निगम की मदद ली गई है। लेकिन राजधानी के अन्य इलाकों में निगम ध्यान नहीं दे रहा है। गंदगी और बदबू के बीच लोग घूमने निकलेंगे।
- विनोद

कहीं सड़क खराब तो कहीं स्ट्रीट लाइट की समस्या है। इन सबके बीच सड़क किनारे फैली गंदगी का अंबार मां दुर्गा की भक्ति में खलल डाल सकता है। निगम को गंभीरता से इस पर ध्यान देना चाहिए।
- अजय

क्या कहता है नगर निगम
दुर्गा पूजा को देखते हुए सफाईकर्मियों की डेडिकेटेड टीम तैयार की गई है। कर्मियों को निगम भवन बुलाया गया है। भवन में ही सभी के लिए खाने व रहने की सुविधा की गई है। रात के 12 बजे से ही सफाईकर्मियों की टोली साफ-सफाई करेगी।
किरण कुमारी, लोक कल्याण पदाधिकारी, आरएमसी