रांची(ब्यूरो)। सावन के बाद भादो महीना शुरू हो चुका है। मौसम के अनुसार राजधानी रांची में रह रह कर बारिश भी हो रही है। बारिश के कारण इस मौसम में बीमारी भी परेशान करने लगी है। एक बार फिर कई तरह की बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। इनमें डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया जैसी बीमारियों से लोग ज्यादा ग्रसित हो रहे हैं। इसका एक कारण साफ-सफाई भी है। रांची नगर निगम में सफाई उस स्तर पर नहीं हो रही है, जिससे बीमारियों को फैलने से रोका जा सके। दरअसल, निगम के वार्ड पार्षदों के कार्यकाल समाप्त होने के बाद सभी वार्ड बिना पार्षद और जनप्रतिनिधि के हो गए हैं। ऐसे में आम लोगों का अधिकारियों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि साफ-सफाई को लेकर जब वे निगम के कार्यालय जाते हैं तो वहां पर अधिकारियों द्वारा यह बता दिया जाता है कि अपनी शिकायत कंट्रोल रूम में करें। उसके बाद ही संबंधित क्षेत्र में जाकर टीम द्वारा साफ-सफाई की जाएगी। लेकिन कंट्रोल रूम में शिकायत करने के बाद कई दिनों तक कार्रवाई नहीं होती है, जिस वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अब नहीं आते सफाई कर्मी
गीला व सूखा कचरा अलग-अलग रखने को लेकर इन दिनों रांची नगर निगम पूरे शहर में अभियान चला रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि घर में दो डस्टबिन रखें। एक में गीला कचरा व दूसरे में सूखा कचरा रखें। अपील के बाद लोग घरों में गीला व सूखा कचरा अलग-अलग तो रख रहे हैं, लेकिन कचरा उठाने के लिए निगमकर्मी नियमित रूप से मोहल्ले में नहीं आ रहे हैं। इस कारण घरों में रखा हुआ कचरा बदबू मार रहा है। ऐसे में लोग घरों में जमा कचरे को नाली या घर से बाहर सड़क किनारे फेंकने को विवश हैं। ज्ञात हो कि नगर निगम की अपील के बाद शहर के 2.30 लाख घरों में से 30 हजार घरों के लोग गीला व सूखा कचरा अलग-अलग देने लगे हैं।
कंप्लेन पर भी नहीं उठ रहा कचरा
नयी व्यवस्था बहाल करते समय नगर निगम ने यह दावा किया था कि गीला कचरा घरों से रोज उठाया जाएगा। वहीं, सूखा कचरा दो दिनों में एक बार उठाया जाएगा। लेकिन, हरमू हाउसिंग कॉलोनी, मधुकम, मोरहाबादी, एदलहातू, चेशायर होम रोड, चुटिया व खेलगांव में पांच से सात दिन में कचरा गाड़ी कूड़ा उठाने पहुंच रही है। नगर निगम ने आमलोगों से अपील की है कि जिन मोहल्लों से नियमित रूप से कचरे का उठाव नहीं हो रहा है, वहां के लोग निगम के हेल्पलाइन नंबर 9431104429 पर शिकायत दर्ज कराएं। शिकायत दर्ज कराने के 24 घंटे के अंदर कचरे का उठाव किया जाएगा। लेकिन हकीकत इससे अलग है। शिकायत के 24 घंटे तो क्या हफ्तों कचरे का उठाव नहीं हो रहा है।
वीकली आ रही कूड़ा गाड़ी
पहले हर दिन सफाई वाहन आया करते थे। लेकिन हफ्ते में एक बार ही आते हैं। इस कारण सड़क किनारे फैले कचरे का भी उठाव नहीं हो पा रहा है। कुछ इलाकों को छोड़ ज्यादातर घरों से कचरे का कलेक्शन बिल्कुल बंद हो गया है। कई बार गाड़ी आकर चली जाती है और पता भी नहीं चलता। पहले जब गाड़ी आती थी, तो जिंगल बजता था अब वह भी बंद हो गया है। लोगों का कहना है कि शहर को साफ रखने के मामले में नगर निगम फेल दिख रहा है। जिम्मेदारों से बात करने हर बार रटा रटाया जवाब सामने आता है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द सफाई होगी, अभी मैनपावर की दिक्कत है, सूचना पर संज्ञान ले लिया गया है।
क्या कहती है पब्लिक
सफाई व्यवस्था ध्वस्त है। सड़क, गली, मुहल्ले में कचरा फैला रहता है। इससे बीमारी का भी खतरा बढ़ गया है। निगम को इस पर एक्शन लेना चाहिए।
- सौरव

सिटी में जहां-तहां मिनी डंपिंग यार्ड बन गए हैं। कई जगह कचरे का अंबार लगा रहता है। नागा बाबा खटाल के पास भी डंपिंग यार्ड बन चुका है।
-आर्या

बारिश का मौसम है। कचरा फैलने से स्थिति नारकीय हो जाती है। इसी कचरे में बरसाती कीड़े पनपते हैं, जिनसे बीमारी होती है। नियमित कचरा उठना चाहिए।
- सुभाष

न सफाई हो रही है न ही दवा का छिड़काव हो रहा है। स्लम एरिया में स्थिति और ज्यादा खराब है। कचरा नहीं उठने से दुर्गंध और बीमारी फैल रही है।
- रवि