रांची (ब्यूरो) । अग्रसेन पथ स्थित श्री श्याम मन्दिर में सोमवार को निर्जला एकादशी उत्सव अत्यंत श्रद्धा भाव वातावरण में आयोजित किया गया। सनातन धर्म में निर्जला एकादशी का अत्यधिक महत्व माना गया है। मान्यता है की गंगा दशहरा के दूसरे दिन निर्जला एकादशी को पृथ्वी पर प्रभु की कृपा साक्षात बरसती है। प्रात: से ही भक्तों की भारी भीड़ इस पावन दिवस पर श्री श्याम प्रभु का दर्शन करने के लिए उमड़ पड़ी।
इस अवसर पर श्री श्याम प्रभु को सुंदर नवीन वस्त्र (बागा) पहनाकर स्वर्ण आभूषणों से अलंकृत कर जूही, बेला, रजनीगंधा, गुलाब, मोगरा एवम तुलसी दल की मालाओं से अत्यंत मनमोहक श्रृंगार किया गया साथ ही मन्दिर में विराजमान बजरंगबली एवम शिव परिवार का भी इस अवसर पर विषश श्रृंगार किया गया।
फल व मेवे का लगा भोग
रात्रि 9 बजे से श्री श्याम प्रभु के जयकारों की बीच पावन ज्योत प्रज्वलित कर श्री श्याम मंडल के सदस्यों द्वारा भावपूर्ण संकीर्तन प्रारम्भ किया गया। तुझको रिझाएंगे भजन तेरा सुनाएंगे, खूब सज्यों श्रृंगार खाटू वाले को, छोड़ेंगे ना हम तेरा द्वार ओ बाबा सात जन्म तक,हमें तो जी भी दिया श्याम बाबा ने दिया इत्यादि भजनों की लय पर भक्तगण झूमते रहे। इस अवसर पर श्री श्याम प्रभु को विभिन्न प्रकार के मेवा - फल - खीर चूरमा व केसरिया दूध का भोग अर्पित किया गया।
महाआरती के बाद बंटा प्रसाद
रात्रि 12 बजे महाआरती व प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में ओम जोशी, रमेश सारस्वत, चन्द्र प्रकाश बागला, धीरज बंका, मनोज ढांढणनीयां, गौरव परसरामपुरिया, नितेश केजरीवाल, सुदर्शन चितलांगिया, नितेश लाखोटिया, विकाश पाडिया, अनुराग पोद्दार, प्रदीप अग्रवाल का सहयोग रहा।