रांची (ब्यूरो): स्वास्थ्य विभाग द्वारा 104 सेवा को चलाने के लिए नई एजेंसी के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस सेवा से अभी लोगों को घर बैठे फोन पर ही इलाज की सुविधा उपलब्ध हो रही है। अभी जो एजेंसी इस सेवा का संचालन कर रही है, उसका कार्यकाल पूरा हो गया है, अब नई एजेंसी को यह जिम्मेवारी दी जाएगी।
गांव के लोग आगे हैं
लोगों को ऑनलाइन चिकित्सीय परामर्श देने के लिए स्थापित हेल्थ काल सेंटर डायल 104 का लाभ लेनेवालों में शहरी से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों के लोग ले रहे हैं। इसका बड़ा कारण यह है कि शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं तो उपलब्ध हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों इसकी कमी है। साथ ही 104 डायल कर चिकित्सीय परामर्श लेनेवालों में 80 प्रतिशत पुरुष तथा 20 प्रतिशत महिलाएं हैं।
हो गए आठ साल
झारखंड सरकार द्वारा संचालित 104 टेलीमेडिसिन सेवा की शुरुआत 2014 में हुई थी। यह सेवा राज्य के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। पिछले 8 सालों का सफ र तय करते हुए राज्य के 57 लाख लोगों ने 104 टेलीमेडिसिन सेवा में कॉल कर डॉक्टरी परामर्श लिया है। पिरामल स्वास्थ्य द्वारा संचालित 104 टेलीमेडिसिन सेवा में 8 डॉक्टरों की टीम है। तीन शिफ्ट में ये डॉक्टर मरीजों को परामर्श देते हैं।
कोविड काल में बना वरदान
104 टेलीमेडिसिन सेवा से कोरोना काल के दौरान अधिकतर लोगों ने कोरोना से संबंधित जानकारी, इसके लक्षण और दवा की जानकारी प्राप्त करने के लिए कॉल किया। उस वक्त अस्पतालों में ओपीडी की सेवाएं पूरी तरह से बाधित थीं। वहीं पोस्ट कोविड समस्याओं के निदान को लेकर भी लोगों ने कॉल किया। कोरोना काल में लोगों ने वैक्सीन को लेकर भी पूछताछ की।
यह है टेलीमेडिसिन सेवा
104 नंबर पर डायल करते ही हेल्थ इन्फॉर्मेशन सेंटर में बैठे डॉक्टर और पारा मेडिकलकर्मी चिकित्सीय जानकारी देते हैं। यह सुविधा 24 घंटे राज्य के लोगों को मिलती है। यहां मरीजों को बीमारी से संबंधित परामर्श के साथ-साथ दवाओं की जानकारी और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी जाती है। बता दें कि 104 हेल्थ हेल्पलाइन पर आप 24 घंटे कहीं से भी चिकित्सीय पराशर्म ले सकते हैं। साथ ही आयुष्मान भारत योजना से होने वाली परेशानियों से संबंधित शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इससे आप अस्पतालए ब्लड बैंक, स्वास्थ्य संबंधित योजनाओं एवं कार्यक्रम के बारे में भी जानकारियां भी ले सकते हैं। इसके माध्यम से तनाव, युवा अवस्था संबंधित परेशानियां, संक्रमित बीमारियों में मनोव्यवहार एवं छात्रों को परीक्षा समय में तनाव मुक्त रखने हेतु उचित परामर्श लिया जा सकता है।