रांची (ब्यूरो) । राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 2024 को लेकर शनिवार को सिविल सर्जन एवं डीपीएम प्रवीण कुमार सिंह रांची स्वास्थ्य समिति के द्वारा जीडी गोयनका विद्यालय नामकुम में राष्ट्रीय कृमि दिवस का उदघाटन किया गया। उदघाटन के दौरान सर्वप्रथम प्रवीण कुमार सिंह के द्वारा बैठक में उपस्थित अन्य अधिकारियों को सम्मानित किया गया एवं क्षेत्रीय प्रतिनिधि नीरज कुमार के द्वारा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाए जाने के उद्देश्यों, कृमि संक्रमण से बचाव के तरीके आदि के संबंध में जानकारी दी गई। साथ ही उनके द्वारा बताया गया कि इस वर्ष रांची जिले में कुल 663812, 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोर, किशोरियों को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।

अल्बेंडाजोल सेफ दवा

मौके पर प्रवीण कुमार सिंह एवं एसीएमओ के द्वारा यह बताया गया कि अल्बेंडाजोल के दवा बिलकुल सुरक्षित हैं। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 2024 के उदघाटन के दौरान 250 बच्चों को अल्बेंडाजोल के दवा स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में खिलाया गया। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के द्वारा बताया गया की आंगनबाड़ी केन्द्रों, सभी सरकारी एवं प्राइवेट विद्यालयों, शैक्षणिक व तकनीकी संस्थानों में आंगनबाड़ी कर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों, शिक्षकों आदि के द्वारा बच्चों, किशोर किशोरियों को दवा खिलाने हेतु तैयारी योजना की जानकारी दी गई। उदघाटन के दौरान सभी 1 से 19 आयु वर्ग यह बताया गया की बच्चों को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत 20 सितंबर 2024 को आंगनबाड़ी केन्द्रों, विद्यालयों आदि में बच्चों को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।

स्वास्थ्य सर्वोच्च होता है

वहीं छुटे हुए बच्चों को मॉप राउंड के तहत 27 सितंबर को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। इस अवसर पर विद्यालय के वाइस चेयरमैन अमन सिंह ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है और विद्यार्थी जीवन में उसका स्वास्थ्य सर्वोच्च होता है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉक्टर सुनील कुमार ने कहा कि कृमि मुक्त बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास सही तरीके से होता है। साथ ही उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होता है। सही पोषण और शारीरिक विकास के लिए डीवर्मिंग अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर डीआरसीएचओ, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के अधिकारियों, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों, अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।