RANCHI : रसोई गैस कंज्यूमर्स के लिए गुड न्यूज है। अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले पांच-छह साल में रांची में एलपीजी गैस किचेन तक पाइप के जरिए पहुंचेगी। इसके लिए झारखंड सरकार और अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड के बीच गुरुवार को एमओयू हो गया है। दरअसल अडानी ग्रुप ने राज्य में 50 हजार करोड़ के निवेश के लिए एमओयू किया है। पाइपलाइन के जरिए गैस की सप्लाई भी इसी निवेश प्रस्ताव का एक हिस्सा है। एमओयू पर राज्य सरकार के उद्योग निदेशक के रविकुमार और अडानी ग्रुप के सीईओ राजेश झा ने हस्ताक्षर किए। मौके पर राज्य सरकार और अडानी ग्रुप के कई प्रतिनिधि मौजूद थे।
पांच साल में शुरू होगी सप्लाई
अडानी ग्रुप ने राज्य सरकार के साथ जो एमओयू किया है, उसके मुताबिक कंपनी यूरिया मेथोनॉल, सस्टीट्यूट नैचुरल गैस (एसएनजी) और पावर प्लांट लगाएगी। इनमें से सबसे बड़ा प्लांट सिंदरी में लगाया जाएगा। एमओयू होने के बाद कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि दिसंबर अंत तक सिंदरी में प्लांट का काम शुरू हो जाएगा। तीन साल के अंदर प्लांट से प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा और पांच साल के अंदर प्लांट पूरी तरह रन करने लगेगा। रांची, जमशेदपुर व धनबाद में पांच साल के अंदर पूरी तरह एलपीजी की आपूर्ति पाइपलाइन के जरिए होने लगेगी। इसके साथ ही राज्य के अन्य शहरों में ाी सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।
गेल बिछाएगी पाइपलाइन
रांची और जमशेदपुर तक मेन पाइपलाइन बिछाने का काम झारांड सरकार और गेल की ज्वाइंट वेंचर कंपनी करेगी। वहीं मेन पाइपलाइन से घरों तक पाइपलाइन बिछाने का काम गेल की ससिडियरी कंपनी गेल गैस करेगी। गेल की ओर से हल्दिया-जगदीशपुर के बीच बिछाई जा रही पाइपलाइन के जरिए ही अडानी ग्रुप सिंदरी में उत्पादित ससटीट्यूट नेचुरल गैस(एसएनजी) को राज्य के प्रमुा शहरों तक पहुंचाएगा।
तीन ग्रिड बनेंगे
झारांड में 340 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछेगी। रांची, जमशेदपुर, धनबाद शहरों के घरों से जगदीशपुर हल्दिया गैस पाइपलाइन गुजरेगी। रांची के घरों मे आपूर्ति के लिए बोकारो के पास से 166 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन लाई जाएगी। रांची, जमशेदपुर और सिंदरी में गैस के लिए ग्रिड बनाए जाएंगे। वहां से छोटी-छोटी लाइनें घरों तक के लिए बिछाई जाएंगी।
आधा हो जाएगा दाम
रांची समेत दूसरे शहरों में पाइपलाइन से गैस की सप्लाई होने के बाद इसका दाम आधा हो जाएगा। कंज्यूमर को गैस के लिए ाुगतान पाइपलाइन में लगे मीटर की रीडिंग के आधार पर करना होगा। इस सिस्टम को शुरू होने से उपाोक्ताओं को गैस की कीमत सिलेंडर की तुलना में लगाग आधी हो जाएगी।
पूरा हिसाब रहेगा
पाइपलाइन जब साी घरों तक पहुंच जाएगी। इसके बाद हर घर में एक मीटर लगेगा। जितनी ापत होगी, उसका पूरा हिसाब रहेगा। इसी आधार पर उपाोक्ताओं को गैस का बिल देना होगा। यह सेवा शुरू होने के बाद साी उपाोक्ता जितना गैस यूज करेंगे। उन्हें उसी हिसाब से ाुगतान ाी करना होगा।
20 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
प्लांट लगने से राज्य में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर 20 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। झारांड के सिंदरी में प्लांट शुरू होने से राज्य में रोजगार के ाी अवसर मिलने वाले हैं। प्लांट के स्टाफ के साथ-साथ कंज्यूमर्स ाी अप्रत्यक्ष रूप से लाान्वित होंगे।
पीएम ने की थी घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल जब रांची आए थे तो जनसभा में उन्होंने इस योजना की घोषणा की थी। दरअसल यह पूरी योजना जगदीशपुर-हल्दिया गैस पाइपलाइन योजना का हिस्सा है।
एनर्जी हाइवे का हिस्सा
इस योजना की परिकल्पना एनर्जी हाइवे के तौर पर की गई है। इसपर दस हजार करोड़ रुपए की राशि का निवेश किया जाना है। इस एनर्जी हाइवे से झारखंड,बिहार, उत्तर प्रदेश और बंगाल के 17 मुय शहरों के लोग लाभान्वित होंगे। इसमें झारखंड के जो चार शहर शामिल हैं, उनके नाम हैं- रांची, जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो।