रांची(ब्यूरो)। सड़क हादसे तो हर दिन होते हैं, लेकिन पिछले साल 2022 में सड़क हादसे में सबसे अधिक 18 से 25 साल के युवाओं ने अपनी जान गंवाई है। तेज रफ्तार के कारण युवा सड़क पर अपनी जान दे रहे हैं। 2022 के आंकड़े के अनुसार 18 से कम उम्र के सात फीसदी लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 18 से 25 वर्ष के 18 फीसदी, 25 से 35 उम्र के 23 फीसदी, 35 से 45 उम्र के 18 फीसदी, 45 से 60 उम्र के 12 फीसदी और 60 साल से अधिक उम्र के चार फीसदी लोगों की मौत का आंकड़ा दर्ज किया गया है।
3703 लोगों की हुई मौत
झारखंड में 2021 की तुलना में 2022 में सड़क हादसों में बढ़ोतरी हुई है। परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, साल 2021 में राज्य भर में कुल 4728 सड़क हादसे हुए थे, इसमें 3513 लोगों की जान गई थी। 3227 लोग घायल हुए थे। वहीं साल 2022 में 5067 सड़क दुर्घटनाओं में 3703 लोगों की मौत हुई, जबकि 3678 लोग घायल हुए। मौत का सर्वाधिक कारण तेज रफ्तार ओवर स्पीड बताया गया है। मौत के आंकड़ों पर नजर डालें तो 18 से 35 साल के उम्र के 41 प्रतिशत लोगों की जान सड़क हादसे में गई है।
52 स्थानों को किया गया है चिन्हित
राज्य भर में गूगल मैपिंग से 52 ऐसे स्थानों को चिन्हित किया गया है, जहां सड़क हादसों के कारण सबसे अधिक मौत हो रही है। हर जिले में दो से तीन ऐसे स्थान हैं। इन स्थानों पर सबसे अधिक मौत की जानकारी विभाग को प्राप्त हो रही है।
सीट बेल्ट व हेलमेट नहीं
सड़क हादसों में सबसे अधिक सीट बेल्ट नहीं लगाने वाले और हेलमेट नहीं पहनने वाले लोगों ने अपनी जान गंवाई है। परिवहन विभाग के अनुसार बिना हेलमेट या बिना सीट बेल्ट सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं। आंकड़ों के अनुसार, बिना हेलमेट के 79 और बिना सीट बेल्ट के 77 परसेंट हादसों में गाड़ी सवारों को ज्यादा नुकसान हुआ है। जबकि हेलमेट पहनने और सीट बेल्ट लगाने के बाद भी सड़क हादसों में गाड़ी सवार को नुकसान हुआ है।
यूपी पहले नंबर पर
एनसीआरबी ने भी इससे संबंधित डाटा जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में पूरे देश में 4.22 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं। इनमें 1.73 लाख लोगों की मौत हुई, जबकि 3,73,884 लोग घायल हुए। सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाओं में मौत मामले में यूपी नंबर एक पर रहा। यहां 24,711 लोगों की मौत हुई। वहीं, दूसरे स्थान पर तमिलनाडु रहा। एनसीआरबी के अनुसार सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि हुई है।
झारखंड समेत 4 राज्य में मरने वाले ज्यादा
चार राज्य मिजोरम, पंजाब, झारखंड और यूपी ऐसे राज्य हैं, जहां सड़क दुर्घटनाओं में घायलों से अधिक मरने वाले की संख्या है। अन्य राज्यों में सड़क दुर्घटना में मरने वालों से अधिक घायलों की संख्या है। हालांकि, झारखंड में सड़क हादसों को लेकर परिवहन विभाग अपनी ओर से पूरी तैयारी कर रहा है। हर साल सुरक्षा जागरूकता वीक चलाया जाता है, इसके बावजूद सड़क हादसे कम नहीं हो रहे हैं।