रांची (ब्यूरो)। रांची में एक तरह से पीएमएवाई पर दलालों ने अटैक कर दिया है। सिर्फ दलाल ही नहीं बल्कि इसमें विभागीय अधिकारियों की भी मिलीभगत है। दलाल अधिकारियों से साठ-गांठ कर योजना की लिस्ट से लाभुकों के नाम जुड़वाने और हटवाने की भी बात कह रहे हैैं। पैसे नहीं मिलने पर लाभुकों का नाम भी लिस्ट से हटवाने की धमकी दी जाती है।
एक दर्जन लोगों से पैसे मांगे
ऐसा ही मामला बुढ़मू इलाके से सामने आया है, जहां एक दर्जन से भी अधिक लाभुकों से आवास के बदले पैसा मांगने की बात सामने आई है। खुद लाभुकों ने ही हरीश यादव नामक व्यक्ति पर दलाली का आरोप लगाया है। आम लोगों ने बताया कि आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर पहले एक हजार फिर बाद पांच-पांच हजार रुपए रिश्वत लिया गया है। लेकिन न तो पैसा वापस किया गया और न ही आवास योजना का लाभ दिया गया है। अब लाभुक दलालों से संपर्क कर रहे है तो उन्हें योजना से नाम हटवाने की धमकी दी जा रही है।
कार्रवाई नहीं, हौसला बुलंद
प्रधानमंत्री आवास योजना में पहले भी कई दलालों का नाम सामने आ चुका है। चाहे अर्बन क्षेत्र का मामला हो या रूरल एरिया का, हर जगह योजना पर दलाली हावी है। गरीब और जरूरतमंद लोगों को बहला-फुसला कर आवास दिलाने के नाम पर पैसे ऐंठ लिये जा रहे हैैं। बुढ़मू के लोगों ने बताया कि सैकड़ों लोगों से पैसा लिया गया है। दलाल पर करीब एक लाख रुपए लेने का आरोप लगा है। दलालों का नाम उजागर होने के बाद भी संबंधित विभाग उन पर कोई कार्रवाई नहीं करता है। यही कारण है कि दलालों के हौसले बुलंद हैं। खुलेआम लाभुकों से पैसा लिया जा रहा है। आरोप तो यह भी है कि शहरी क्षेत्र में कई दलालों को राजनीतिक सरंक्षण प्राप्त है। विभाग किसी एक पर भी कार्रवाई करता है, तो पूरा खेल सामने आ जाएगा।
थाने से ही छोड़ दिया गया
दलाल हरीश यादव पर आवास योजना में दलाली करने का आरोप लगा है। लाभुक न्याय की फरियाद लेकर थाने के दरवाजे तक पहुंचे। लेकिन विडंबना यह है कि थाना की और से भी दलाल पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। उल्टे समझा-बुझाकर लाभुकों को वापस भेज दिया गया एवं दलाल से भी सिर्फ बांड भरवा कर छोड़ दिया गया। थाने में कुछ लोगों के पैसे वापस कर दलाल ने भी अपना पीछा छुड़ा लिया। मामला सामने तो आया लेकिन थाना प्रभारी की मिलीभगत से रफा-दफा कर दिया गया। थाना स्तर से दलाल पर कार्रवाई की गई होती, कई बड़े अधिकारी की संलिप्तता इसमें उजागर होती। हालांकि, आम लोगों ने इस संबंध में बीडीओ और डीसी के पास भी शिकायत दर्ज कराई है।