रांची(ब्यूरो)। यदि आप रात में कहीं से घर लौट रहे हैं तो राजधानी रांची की सड़कों पर सर्तक होकर ही चलें। हो सकता है आपके साथ ही लूटपाट हो जाए। जी हां, सिटी में इन दिनों लुटेरा गैंग एक्टिव है। बीते कई दिनों से लगातार ऐसी शिकायतें आ रही हैं। अपराधी अलग-अलग सड़कों पर रात के 11 बजे के बाद लूटपाट की घटना को अंजाम दे रहे हैैं। विशेष कर रांची-गुमला रोड पर ऐसी घटनाएं ज्यादा हो रही हैं।

हथियार दिखाकर लूटते हैैं

गिरोह के सदस्य रात के अंधेरे में सुनसान सड़कों पर राहगिरों को अपना शिकार बना रहे हैैं। लुटेरे पहले वाहन चालक को हाथ से इशारे कर रोकते हैं और फिर हथियार का भय दिखा कर उनसे लूटपाट कर लेते हैैं। रांची के आउट साइड इलाके मेें इस प्रकार की घटनाएं रोज हो रही हैं। ट्रक ड्राइवर, बस चालक, आम राहगीर लुटेरा गैैंग के शिकार बन रहे हैैं।

अपराधियों को मिल रही मदद

राजधानी रांची में इन दिनों बिजली की काफी क्राइसिस है। हर दिन आठ से 10 घंटे बिजली गुल रह रही है। रूरल इलाकों में स्थिति और भी ज्यादा खराब है। अपराधी इसी का फायदा उठा रहे हैं। ठंढ के मौसम में जब जल्दी ही लोग अपने-अपने घरों में दुबक जाते हैं। ऐसे में रात के अंधेरे में अपराधियों का गिरोह सड़क पर निकलता है और पूरी रात सड़क पर घूमता है। जैसे ही कोई शिकार दिखा उस पर लपक पड़ता है। रात में बिजली गुल रहने का फायदा अपराधियों को मिल रहा है। रात में अंधेरा का फायदा उठा कर गंजेड़ी और शराबी कहीं भी बैठ कर नशा करने लगते हैं और यही लोग बाद में लूटपाट और मारपीट करते हैं।

रात में नहीं होती है पुलिस गश्ती

रात 11 बजे के बाद पुलिस भी सुस्त पड़ जाती है। कुछ प्रमुख स्थानों या चौक-चौराहों पर गाड़ी खड़ी कर पुलिस आराम फरमाने लगते हैैं। इसका फायदा भी अपराधी तत्व उठा रहे हैं। बेड़ो के रहने वाले राजदीप सिंह ने बताया कि कई बार लोकल पुलिस को पेट्रोलिंग बढ़ाने का आग्रह किया गया, लेकिन कोई बदलाव नहीं आया। कई लोग रांची से काम कर रात में घर लौटते हैं। बढ़े अपराधिक वारदातों के कारण रास्ते भर उन्हें भय के साये में सफर करना पड़ता है।

दिन में सफेदपोश

गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के सामने उसने कई खुलासे किए हैैं। उसने बताया कि दिन में मेहनत-मजदूरी का काम करता था और रात में अपनी जरूरत पूरी करने के लिए लूटपाट करता था। जिस जगह पर पुलिस की पेट्रोलिंग नहीं होती और जहां अंधेरा रहता है, उस स्थान पर लोगों को शिकार बनाया जाता है। रात के अंधेरे में लूटपाट करने वाला अपराधी दिन के उजाले में सफेदपोश बन जाता है और आम लोगों की तरह वह भी उनके साथ उनके बीच रहता है, ताकि पुलिस के साथ-साथ आम लोगों को भी उस पर शक न हो। गिरफ्तार शख्स का नाम मनोज उरांव है। उसका पहले भी आपराधिक रिकार्ड रहा है।

खरीदी थी सेकेंड हैंड कार

अपराधी मनोज उरांव और उसके साथियों ने लूटपाट करने के लिए एक सेकेंड हैंड कार 90 हजार रुपए में खरीदी था। लूट के ही पैसे से 50 हजार रुपए उसने वाहन मालिक को दिए गए थे और बाकी रुपयों के जुगाड़ के लिए शिकार की तलाश में थे। इससे पहले ही वह पुलिस के हाथ लग गया। उसने पूछताछ में पुलिस को अपने सभी साथियों के नाम भी बता दिए हैं। इसके बाद पुलिस सभी की तलाश में जुट गई है।

हाल में हुई लूटपाट

10 नवंबर : रातू थाना क्षेत्र में एक कारोबारी से रात में घर लौटने के दौरान 12 हजार रुपए और दो मोबाइल फोन लुटेरों ने लूट लिए थे।

17 नवंबर : बेड़ो थाना क्षेत्र में रांची-गुमला रोड पर एक ट्रक ड्राइवर से हथियार के बल पर आठ हजार रुपए और मोबाइल फोन लूट लिए थे।

19 नंवबर : बेड़ो थाना क्षेत्र में रात के अंधेरे में एक राहगीर से हथियार दिखा कर उसके सारे पैसे, मोबाइल फोन लूट लिए गए थे।

21 नवंबर : लूट की घटना की रणनीति बना रहा था मनोज उरांव। बेड़ो पुलिस ने दबोचा। उसके साथी मौके से भागने में सफल रहे।

लुटेरा गैंग के एक सदस्य की गिरफ्तारी हो चुकी है। अन्य सदस्यों तक पहुंचने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। जल्द ही सभी सलाखों के अंदर होंगे।

-नौशाद आलम, रूरल एसपी, रांची