रांची(ब्यूरो)। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से आयोजित राजनी-टी में मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका में स्टूडेंट्स ने अपने विचार रखे। युवतियों ने जहां महिला सुरक्षा कानून को और मजबूत करने की बात कही, वहीं युवकों का सबसे अधिक जोर रोजगार पर रहा। ऐसे प्रत्याशी जो हर 5 साल पर जीत दर्ज करते हैं, लेकिन वे युवाओं के लिए कुछ नहीं करते हैं। ऐसे लोगों को वोट नहीं करने का निर्णय भी युवाओं ने लिया है। युवा इस बार आने वाले लोकसभा चुनाव में ऐसे प्रत्याशी का चयन करना चाहते हैं जो आने वाले भविष्य की जिंदगियों को संभाल सकें।
महिलाओं को मिले सुरक्षा
मौके पर महिलाओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर भी कई विचार सामने आए। महिलाओं का कहना था कि उन्हें सुरक्षित महसूस होता है, लेकिन ऐसे स्पॉट पर पुलिस की तैनाती होनी चाहिए, जहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है। राजधानी रांची में हाल के दिनों में महिलाओं के साथ कई ऐसी घटनाएं घटी हैं, जिससे डर लगता है। इसलिए और अधिक पुलिस तैनात करने की जरूरत है, साथ ही महिला पुलिस की संख्या भी बढ़ाई जाए, ताकि महिलाएं उनके साथ कंफर्ट फील कर सकें।
क्या कहते हैं यूथ
देश में अभी जैसे वोटिंग होती है। उसी के अनुसार वोट होना चाहिए। वोटिंग सिस्टम में तत्काल बदलाव करने की जरूरत नहीं है। देश का विकास सबसे पहले है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम लगातार ऊंचा होना चाहिए। वोटिंग ऑनलाइन नहीं होना चाहिए।
-टिंकू
वन नेशन वन इलेक्शन को जल्द लागू करना चाहिए, जब चुनाव होना ही है, जनता को वोट करना ही है, तो एक ही बार में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव के लिए वोट करें। बार-बार वोट करने से जनता का भी समय बर्बाद होता है और सरकार का संसाधन भी बर्बाद होता है। विशेष परिस्थितियों में इसमें छूट दी जा सकती है। लेकिन वोटिंग सभी के लिए अनिवार्य कर देनी चाहिए।
-इलियास अंसारी
इस लोकसभा चुनाव के पहले मंदिर की चर्चा बहुत अधिक हो रही है, यह अच्छी बात है, लेकिन धर्म के साथ-साथ जरूरत वाले संस्थानों पर भी चर्चा होनी चाहिए। युवाओं के लिए इस बार आर्थिक नीतियां, देश का विकास मुद्दा है। केंद्र हो या फिर प्रदेश सरकार, दोनों ही इस मोर्चे पर ध्यान दे रही हैं। राम मंदिर बनाया है तो देश में विभिन्न स्थानों पर एम्स और मेडिकल कॉलेज भी बनाए जा रहे हैं।
-अमन ठाकुर
देश में युवाओं के सामने सबसे अधिक परेशानी अभी रोजगार को लेकर ही है। ज्यादातर युवाओं को रोजगार नहीं मिलता है, जिसके कारण वे परेशान रहते हैं। इस चुनाव में बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा होना चाहिए, हम वैसे प्रत्याशी को लोकसभा चुनाव में वोट करेंगे, जो हमारी बेरोजगारी दूर करने की बात करेगा।
-इरफान खान
सरकार ने नई एजुकेशन पॉलिसी बनाई है, इसको अभी तक पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है। नई एजुकेशन पॉलिसी में बहुत कुछ नया है, जो छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए अच्छा है। जहां रोजगार का भी साधन उपलब्ध होगा, लेकिन इस नई एजुकेशन पॉलिसी को क्लास में उतारना बहुत बड़ा चैलेंज हो रहा है। इसे अभी पूरी तरह से लागू नहीं किया जा सका है, इसे बेहतर तरीके से लागू करना चाहिए।
-भास्कर महतो
अपनी काबिलियत व मेहनत की बदौलत जो किसी भी क्षेत्र में काम करता है, वो बेहतर काम करता है। राजनीति में भी जिनमें काबिलियत है और जो मेहनत करके जनता के बीच अपना भरोसा कायम रखे हैं वैसे प्रत्याशी को इस बार चुनाव में जिताना है। राजनीति में परिवारवाद नहीं होना चाहिए। सक्षम व्यक्ति को अवसर मिलना चाहिए।
-बबलू राम
जो सांसद जनता के बीच में रहे, वैसे लोगों का ही चुनाव करना है। चुनाव के दौरान तो प्रत्याशी क्षेत्र में नजर आते हैं। लेकिन इलेक्शन में जीतने के बाद वे गायब हो जाते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। हम ऐसे प्रत्याशी को वोट करेंगे जो हमारे बीच में रहता है। हर सुख और दुख में शामिल होता।
-अमन तिवारी
मैं पहली बार आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान करूंगा। अपने पहले वोट को लेकर काफी एक्साइटेड हूं। अपना वोट ऐसे प्रत्याशी को करूंगा जो देश में बदलाव के लिए कार्य करे। युवाओं से जुड़े मुद्दों को हमेशा प्राथमिकता दे। शिक्षा के साथ रोजगार जैसे मुद्दों को लेकर अपनी आवाज बुलंद करे। ऐसे प्रत्याशी को ही मैं वोट करूंगा।
-अतिकुर रहमान
मेरा मुद्दा
-युवाओं से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाने वाला हो प्रत्याशी।
-ऐसा प्रत्याशी जो अच्छी छवि का हो, विवादों से दूर रहे।
-महंगाई को लेकर कदम उठाने वाला हो उम्मीदवार।
-महिलाओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों को प्राथमिकता दे।
-सिर्फ वोट मांगने क्षेत्र में न आएं नेता, बल्कि चुनाव जीतकर भी भ्रमण करें।
-शिक्षा प्रणाली ऐसी होनी चाहिए, जो स्टूडेंट्स के लिए रोजगार परक हो, उनमें स्किल डेवलप हो।