रांची (ब्यूरो) । एकजुट, झारखंड द्वारा रांची के बुंडू ब्लाक में कार्यान्वित की गई देख-भाल व पोषण परियोजना पर शुक्रवार को प्रसार कार्यशाला आयोजित की गई। एकजुट, झारखंड की एक नामी स्वयं-सेवी संस्था है जो कि शिशु व मां के स्वास्थ्य, पोषण, शिशु की प्रारम्भिक शिक्षा व विकास आदि विषयों पर झारखंड व अन्य रा'यों में 2002 से सक्रिय है। यूबीएस ऑप्टीमस फाउंडेशन की वित्तीय सहायता से, एकजुट संस्था ने रांची के बुंडू ब्लाक के 23 गांवों में देख-भाल व पोषण परियोजना क्रियान्वित की। इस परियोजना का उद्देश्य सामुदायिक और सहभागी सीख व क्रियान्वन समूह (पीएलए ग्रुप) के माध्यम से कुपोषण से बचाव व शिशु के प्रारम्भिक विकास में सुधार करना था।
बालवाड़ी की झांकी
शशि प्रकाश झा, आईएएस, निदेशक, समाज कल्याण विभाग, झारखण्ड सरकार ने इस कार्यशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने छह महीने से लेकर 3 साल के ब'चों के स्वास्थ्य और परिवार के कल्याण में बालवाडी की भूमिका को बहुत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने एकजुट द्वारा बनाई गई एक मॉडल बालवाड़ी की झांकी का भी निरीक्षण किया। झा ने यह भी घोषणा की कि सरकार को रा'य की 38432 आंगनबाडिय़ों में से 1000 आंगनबाडिय़ों में बालवाड़ी चलाने की भी मंजूरी मिल गई है। इस प्रसार कार्यशाला में करीब 35 स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। जिनमें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, यूनिसेफ, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन, पिरामल फाउंडेशन, पीएचआईए फाउंडेशन, सिनी, प्रदान, टाटा स्टील फाउंडेशन, उम्मीद फाउंडेशन, झारखण्ड राजकीय आजीविका मिशन, बचपन बचाओ आन्दोलन, जेएचपीआईईजीओ, यूएसऐड, समर्पण, सवेरा फाउंडेशन, दी हँस फाउंडेशन, टीआरआई, आईएजी, दीपशिखा आदि शामिल हैं।