रांची (ब्यूरो) । झारखंड फिल्म एंड थिएटर एकेडमी द्वारा आयोजित किया गया मानसून ड्रामा फेस्टिवल 02 जिसके तहत राजीव सिन्हा की परिकल्पना व निर्देशन में तीन नाटकों का मंचन किया गया। इसमें सिपाही और कविता, साजिश का धुआं और गरीबदास का शून्य जेएफटीए स्टूडियो थिएटर के मंच पर आयोजित इस फेस्टिवल में शामिल तीनों ही नाटक पद्मश्री अशोक चक्रधर द्वारा लिखी कविता का नाट्य रूपांतरण है।
तीनों ही नाटकों में अभिनय कर रहे कलाकारों में अभिनव आरोही, अब्दुल तौफीक, दीपेंद्र कुमार, चंदन कुमार, रोशन अग्रवाल, सोमाकांत, सौरभ मंडल, शिवेंद्र कुमार, मोंटी रॉक, सोनू रुद्रा, अमित राज, नीतीश कुमार गुप्ता, शोभित अमन, अंशु अग्रवाल, प्रियंका मिंज, मुकेश प्रमाणिक और राजा वर्मा शामिल हैं।
मॉनसून ड्रामा फेस्टिवल वन
गौरतलब है कि इससे पहले आईएसएम कॉलेज पुनदाग में जेएफटीए द्वारा मानसून ड्रामा फेस्टिवल वन का आयोजन किया गया था। इधर, प्रस्तुती में कथानक (सिपाही और कविता) हवलदार करतार सिंह अपनी नौकरी से त्रस्त है, वह अपने जीवन में कुछ अलग करना चाहता है। हलदर करतार सिंह कविताएं लिखने का शौकीन है लेकिन किसी भी विद्या के लिए गुरु की जरूरत होती है इसी बाबत वह कई अशोक चक्रधर के पास कविता लिखने की ट्रेनिंग के लिए आता है पहले तो कभी उसे डालकर अलविदा कर देते हैं लेकिन करतार अपनी जिद पर कायम रहता है और आखिरकार ऐसी कविता लिखकर दिखता है जिससे कि कभी की आंखें फटी की फटी रह जाती है। इसी तरह कथानक (साजिश का धुआं) और कथानक (गरीबदास का शून्य) नाटक का भी सफलतापूर्वक मंचन किया गया।