रांची (ब्यूरो) । 1857 विद्रोह के योद्धा टिकैत उमराव सिंह और उनके दीवान और सेनापति शेख भिखारी की शहादत इस बात की याद दिलाती रहेगी कि हमें आज़ादी कितने रियासतों और जाबांज सिपाहियों के खून की बदौलत मिली है। साथ ही भारतीय हिन्दू मुस्लिम समाज साथ ही अपने माटी की आज़ादी के लिए नमकहलाली करते रही है। शहीद द्वय की शहादत इस बात की याद ताजा करती है।
उपरोक्त बातें छात्र जनता दलयू के प्रदेश प्रभारी डॉ विनय भरत ने शहीद टिकैत उमराव सिंह और शेख भिखारी की शहादत दिवस के मौके पर कहीं।
मनोरंजन में व्यस्त हैं
मौके पर छात्र जनता दलयू की जिलाध्यक्ष तन्वी बरदियार ने कहा, आज के दौर में जब युवा एंड्रॉयड और व्हाट्सएप्प से उधारी ज्ञान और मनोरंजन में व्यस्त हैं, ये वक्त की जरूरत है कि हम झारखण्ड के शहीदों को इतिहास के पन्नों को बांचे।
इस मौके पर छात्र जदयू के रोहित कुमार, अमित कुमार, प्रिया कुमारी, अनुज कुमार, प्राची सिंह, श्वेता कुमारी, किरण कुमारी, विवेक कुमार, अंकित कुमार तथा अन्य उपस्थित थे।