-लालपुर पुलिस ने इंटरस्टेट गैंग का किया खुलासा
-सरकुलर रोड स्थित केनरा बैंक से 12 मई को निकाले थे पैसे
RANCHI: लालपुर थाना पुलिस ने फर्जी चेक के माध्यम से केनरा बैंक से पौने पांच लाख रुपए निकालने के मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। इनमें संतोष कुमार चौरसिया(पलामू), मृत्युंजय कुमार उर्फ विक्की कुमार(पलामू) तथा अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू कुमार शामिल हैं। सिटी एसपी किशोर कौशल ने बताया कि अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू कुमार के नाम से सरकुलर रोड स्थित केनरा बैंक में दस मई को एकाउंट खुलवाया गया था। क्ख् मई को इन लोगों द्वारा बैंक में एक चेक दिया गया है, जिसके माध्यम से पौने पांच लाख रुपए निकाल लिए गए।
ऐसे हुई गिरफ्तारी
बैंक से पैसे निकालने के बाद इनलोगों ने अलग-अलग स्थानों से सोने के जेवरात, जूते समेत कई चीजों की खरीदारी की। जिस चेक से फर्जी निकासी की गई थी, वह चेक पटना के सेन डाइगोनॉस्टिक्स के नाम से दिया गया था। इस बात की भनक मेडिकल स्टोर के मालिक को लगी। उन्होंने केनरा बैंक मैेनेजर से संपर्क किया। संपर्क करने पर उक्त एकाउंट को सीज कर दिया गया। बुधवार को तीनों फिर केनरा बैंक पहुंचे और चेक भुनाने के लिए दिया। इसी क्रम में बैंक मैनेजर ने लालपुर थाना पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस की टीम बैंक पहुंची और तीनों को गिरफ्तार कर ली।
इंटरस्टेट गैंग
सिटी एसपी ने बताया कि यह एक अंतरराज्यीय गिरोह है। गिरोह के मेंबर पटना से लेकर झारखंड के विभिन्न जिलों में फैले हैं। यह गिरोह पहले फर्जी वोटर आई कार्ड वगैरह देकर बैंक में एकाउंट खुलवाता है, फिर दूसरे एकाउंटधारी का एकाउंट नंबर पता करता है। इसके बाद फर्जी हस्ताक्षर से रुपए निकालने का काम करता है।
क्या-क्या हुए बरामद
पुलिस ने इन लोगों के पास से केनरा बैंक के जाली हस्ताक्षरयुक्त दो चेक, स्टेट बैंक का जाली हस्ताक्षर युक्त चेक, जाली चेक से निकाले गए फ्8 हजार रुपए, तीन सोने की चेन, एक सोने की अंगूठी तथा अन्य कागजात, केनरा बैंक लालपुर शाखा का पासबुक अमरजीत सिंह के नाम, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया अपर बाजार शाखा का पासबुक अजय कुमार सिंह के नाम, बैंक ऑफ इंडिया लालपुर शाखा के अमरजी के नाम से पासबुक, भारतीय स्टेट बैंक का चेकबुक जेएमएस कंस्ट्रक्शन के नाम का, केनरा बैंक का एटीएम कार्ड, एक महिंद्रा एसयूवी, कारापाल बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा रांची के अभिप्रमाणित करने का मुहर आदि जब्त किया है।
संतोष व विक्की जा चुके हैं जेल
बताया जाता है कि जाली चेक के माध्यम से पैसे निकालने के मामले में गिरोह का मास्टरमाइंड संतोष कुमार चौरसिया तथा विक्की पूर्व में भी कोलकाता पुलिस द्वारा जेल भेजा जा चुका है। जेल से निकलने के बाद फिर से इस धंधे में जुड़ गया था।
बैेंक मैनेजर के साले केकिराएदार
बताया जाता है कि संतोष चौरसिया व उसका गिरोह सुखदेवनगर थाना एरिया के देवी मंडप रोड में जमशेदपुर में एक बैंक में पदस्थापित बैंक मैनेजर के साले के फ्लैट में किराए पर रहते थे। वहीं, गिरोह के कुछ मेंबर पहाड़ी मंदिर की ओर शरण लिए हुए थे। पुलिस ने आशंका व्यक्त की है कि जाली चेक गिरोह के साथ कुछ बैंककर्मी भी शामिल हैं। जिसकी छानबीन रांची पुलिस कर रही है।
एक थानेदार ने छोड़ी थी संतोष की स्कूटी
बताया जाता है कि गिरोह का मास्टरमाइंड संतोष चौरसिया वर्ष ख्0क्ब् में भी लालपुर एरिया से जाली चेक से पैसे निकालने के मामले में मुदालय था। इस संबंध में लालपुर पुलिस छानबीन कर संतोष कुमार चौरसिया के खिलाफ अदालत से वारंट ले चुकी थी। पुलिस ने उसके ठिकाने से एक स्कूटी भी बरामद की थी। स्कूटी को छुड़ाने के लिए संतोष चौरसिया ने एड़ी चोटी एक कर दिया। पर, अनुसंधानकर्ता ने उसे जेल भेजने की ठान ली थी। उसी वक्त लालपुर थाना में पदस्थापित एक पूर्व थानेदार ने अनुसंधानकर्ता से केस अपने हाथ में ले लिया, फिर स्कूटी को रिलीज कर दी थी।