RANCHI:महिला दिवस के मौके पर सरकार से लेकर सभी निजी संस्थाएं एक्टिव हो जाती हैं। महिलाओं के सम्मान को लेकर बड़े-बडे़ भाषण दिए जाते हैं। हर बार आठ मार्च के दिन महिलाओं को सम्मान देने का विचार हर किसी के मन में आता है। लेकिन मौजूदा स्थिति देख यही लगता है कि यह सिर्फ एक विचार ही है, क्योंकि महिलाओं पर अत्याचार बदस्तूर जारी है। अनलॉक के बाद के आंकड़ों पर गौर किया जाए, तो दर्जनों महिलाएं और लड़कियां ऐसी मिल जाएंगी, जिनके साथ अत्याचार हुआ है। चाहे वह बलात्कार हो, मर्डर हो, छेड़छाड़ हो या यौन शोषण का मामला हो। बीते छह महीने में राजधानी के हर थाना क्षेत्र से ऐसे मामले सामने आए जिसमें महिलाओं के मान-सम्मान को तार-तार किया गया है।
महिलाओं पर हिंसा बढ़ी
महिलाओं के साथ होने वाली हिंसक घटनाओं में काफी तेजी आई है। लॉकडाउन के समय हिंसा कम हो रही थी। लेकिन उस वक्त भी घरेलू हिंसा की कई शिकायतें सामने आईं। वहीं दो दिन पहले एक नाबालिग बच्ची पर ही अपराधियों ने फायरिंग कर दी। उस लड़की का कसूर इतना ही था कि उसके मामा गांजा बेचने में संलिप्त थे। कुछ दिन पहले ही उसकी गिरफ्तारी हुई है। पुलिस के डर से अपराधियों ने नाबालिग लड़की पर ही गोली चला दी। लड़की का इलाज चल रहा है। वहीं इन बीते छह महीने में रेप, यौन शोषण, छेड़छाड़ के मामलों में काफी उछाल आया है। यहां तक ट्रैफिकिंग के भी कई मामले सामने आ चुके हैं। बीते तीन महीने में लगभग 20 लड़कियों को तस्करों के चंगुल से आजाद कराया गया है।
महिलाओं के साथ हुई कुछ बड़ी घटनाएं
सिर धड़ से अलग कर दिया
इस साल के शुरुआत में ही दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। एक युवती को मार कर उसका सिर धड़ से अलग कर नग्न अवस्था में जंगल में फेंक दिया गया। इस वारदात ने रांची के लोगों को झकझोर कर रख दिया। आंदोलन भी हुए। पुलिस को ही इस घटना का उद्भेदन करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। 10 दिनों तक छानबीन चलती रही। अंतत पुलिस को कामयाबी मिल और अपराधी जेल भेजा गया।
पतरातू में मिली डेड बॉडी है रहस्य
12 जनवरी को पतरातू डैम से एक लड़की की डेड बॉडी मिली। लड़की के हाथ और पैर बंधे हुए थे। काफी खोजबीन के बाद भी पुलिस सिर्फ लड़की का नाम और पते की ही जानकारी जुटा पाई। यह मामला अब भी रहस्य बना हुआ है। हालांकि, पुलिस ने आत्महत्या बताकर अपनी तफ्तीश बंद कर दी है।
नाबालिग के साथ गैंग रेप
जगन्नाथपुर थाना इलाके में एक नाबालिग के साथ गैंग रेप हुआ। 12 साल की लड़की को तीन लोगों ने अपनी हवस का शिकार बनाया। वहीं खेलगांव थाना क्षेत्र से भी नाबालिग के साथ बलात्कार की घटना सामने आई।
ये घटनाएं भी हुई
03 मार्च - नामकुम थाना क्षेत्र में शादी का झांसा देकर यौन शोषण।
22 फरवरी - सदर थाना क्षेत्र में शादी का झांसा देकर यौन शोषण।
15 जनवरी - बीजेपी नेता के पीए ने किया महिला का यौन शोषण।
12 जनवरी - रातू थाना क्षेत्र में युवती के साथ बलात्कार।
08 जनवरी - विधवा महिला के साथ बलात्कार।
05 जनवरी - जैप 8 की महिला ने पुलिसकर्मी ने लगाया यौन शोषण का आरोप।
23 दिसबंर - खेलगांव थाना क्षेत्र में नाबालिग ने लगाया यौन शोषण का आरोप।
17 दिसंबर - जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में नाबालिग के साथ गैंग रेप।
एक दिन सम्मान, बाकी दिन अपमान
कानून की जानकार व समाजसेवी रीना शुक्ल मिश्रा ने बताया कि महिला दिवस को हम सभी का अस्मिता दिवस, गरिमा दिवस या जागरण दिवस के रुप में मनाया जाता है। एक दिन सम्मान तो दिया जाता है, लेकिन उन्हीं महिलाओं को हर दिन अपमान का सामना करना पड़ता है। महिला के साथ हुई हिंसा के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। इसे नकारा नहीं जा सकता। युवतियों के साथ दुष्कर्म, हत्या से लेकर डायन - बिसाही के नाम पर अपराध भी दर्ज किए गए है। महिला हमेशा से हिंसा की बलि चढ़ती रही है। महिला दिवस के अवसर पर सरकार से आग्रह है कि राज्य की सभी महिलाओं को सम्मान के साथ-साथ सुरक्षा भी उपलब्ध कराया जाए।
किसी भी महिला के साथ कुछ भी गलत घटना घटती है, तो वे फौरन नजदीकी थाने में कम्पलेन दर्ज करा सकती हैं। महिलाओं के साथ होने वाले अपराध पर नियंत्रण करने का पूरा प्रयास रहता है।
- ममता कुमारी थाना प्रभारी, सुखदेव नगर
किसी भी अजनबी पर महिलाओं को भरोसा नहीं करना चाहिए। न ही हर किसी व्यक्ति से अपने पर्सनल इंर्फोमेंशन शेयर करना चाहिए। उनकी जागरुकता सबसे बड़ा हथियार है।
- श्रीती कुमारी, महिला थाना प्रभारी