रांची (ब्यूरो) । ब्रिजफोर्ड स्कूल, तुपुदाना, रांची में तीन दिवसीय अंतर विद्यालय प्रतियोगिता नवरत्न का दूसरा दिन सोमवार को सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। दूसरे दिन &कालिदास&य (नाटक), &कबीर&य (कविता लेखन व वाचन प्रतियोगिता) तथा &मिल्खा&य (बाधा दौड़ प्रतियोगिता) का आयोजन हुआ। प्रतिभागियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अपनी प्रतिभा की चमक बिखेरी और अपने विद्यालयों को गौरवान्वित किया। साहित्य व खेल जगत की सुप्रसिद्ध हस्तियों के नाम पर आधारित ये कार्यक्रम अलग ही अंदाज में प्रस्तुत किए गए। 25 स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने इन प्रतियोगिताओं में भाग लिया। छात्रों ने अपनी बौद्धिक रचनात्मकता, बेहतरीन अभिनय का प्रदर्शन और नाट्यात्मक प्रस्तुति से सभी को प्रभावित किया। मिल्खा&य बाधा दौड़ प्रतियोगिता में छात्रों ने अपनी शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति और उत्साह का परिचय दिया।

डीपीएस स्कूल सेकेंड

निर्णायक मंडल में लेखक और विचारक डॉ मयंक मुरारी, नीरज नीर,लेखिका और कवयित्री रश्मि शर्मा, सीनियर ड्रामा आर्टिस्ट और एक्टर अनिकेत भारद्वाज, मोनिता सिन्हा तथा डॉ कमल बोस, प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष हिंदी, सेंट जेवियर्स कॉलेज, रांची, बिनोद कुमार, एथलेटिक्स कोच, झारखंड पुलिस मौजूद रहे। शिक्षिका श्रुति कुमार, अनुभा और शिक्षक कुणाल प्रताप ने विभिन्न प्रतियोगिताओं का संचालन किया। कबीर- कविता लेखन व वाचन प्रतियोगिता में ओडीएम सफायर ग्लोबल स्कूल ने पहला स्थान प्राप्त किया जवाहर विद्या मंदिर स्कूल ने दूसरा स्थान और दिल्ली पब्लिक स्कूल, शारदा ग्लोबल स्कूल व टेंडर हार्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कालिदास -नाटक प्रस्तुति में सरला बिरला पब्लिक स्कूल ने पहला स्थान प्राप्त किया, विवेकानंद विद्या मंदिर स्कूल ने दूसरा व ब्रिजफोर्ड स्कूल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। मिल्खा &बाधा दौड़&य प्रतियोगिता में डीएवी पब्लिक स्कूल धुर्वा ने पहला स्थान प्राप्त किया।

उत्साहपूर्वक तैयारी की

ब्रिजफोर्ड स्कूल ने दूसरा व विद्या विकास पब्लिक स्कूल ने तीसरा स्थान हासिल किया। विद्यालय की वाइस चेयरपर्सन प्रियंका जालान ने कहा कि सभी प्रतिभागियों ने अपने-अपने कार्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए उत्साहपूर्वक तैयारी की। प्रतिस्पर्धा से छात्रों में टीम वर्क और नेतृत्व की भावना का विकास होता है.प्राचार्या सीमा चितलांगिया ने कहा कि खेल, अभिनय, रचनात्मक लेखन आदि में भाग लेने से छात्रों में कल्पनाशीलता, अविष्कार, आत्म - अभिव्यक्ति आदि गुणों का विकास होता है। उप प्राचार्य मनीष दुबे ने कहा कि इन प्रतिस्पर्धाओं का मुख्य उद्देश्य छात्रों के अंदर छिपी प्रतिभा को सामने लाना है ताकि विभिन्न कौशलों के माध्यम से उनका सर्वांगीण विकास हो सके