रांची (ब्यूरो) । मंगलवार को डीएवी सेंटर फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस,नई दिल्ली व सीबीएसई, सीओई, पटना प्रक्षेत्र के तत्वावधान में डीएवी पब्लिक स्कूल्स झारखंड जोन-बी एवं जे के हिंदी, संस्कृत, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, अंग्रेजी,गणित, चित्रकला, संगीत, कम्प्यूटर एवं वाणिज्य विषय के तकरीबन 600 शिक्षकों का क्षमता संवर्धन राजधानी के तीन विद्यालयों क्रमश: डीएवी, हेहल,डीएवी, गांधीनगर एवं डीएवी, कपिलदेव, रांची में आयोजित किया गया। जहां विषय विशेषज्ञों ने अपने-अपने विषयों में नई तकनीक के सहारे सत्र-2024-25 के लिए विषय की बाधाओं को दूर किया।
समापन समारोह के अवसर पर एमके सिन्हा, प्राचार्य सह-सहायक क्षेत्रीय अधिकारी डीएवी पब्लिक स्कूल्स झारखंड जोन-बी सह ट्रेनिंग कॉॅर्डिनेटर ने समापन समारोह पर कहा कि शिक्षकों ने इस तीन-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में जो कुछ नया सीखा है उसे आप अपने विद्यार्थियों के बीच साझा करें, जिससे बच्चों को लाभ मिल सके।
शिक्षक समाज का दर्पण
सभी शिक्षक अपने को स्वाध्यायी बनाएं क्योंकि ठीक ही कहा गया है कि - श्रद्धावान् लभते ज्ञानम जिनमें श्रद्धा होती है वे ही ज्ञान को प्राप्त करते हैं। अत: शिक्षकों को ज्ञान के प्रति श्रद्धा होनी ही चाहिए। रीजनल ट्रेनिंग सेंटर डीएवी झारखंड जोन-बी एवं जेके क्लस्टर हेड व सहायक क्षेत्रीय अधिकारी डीएवी पब्लिक स्कूल्स झारखंड जोन-जे एसके मिश्रा ने कहा कि शिक्षक समाज का दर्पण होता है। इसलिए समाज के हर वर्ग के लोग शिक्षक की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देखते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक स्वयं अध्ययनशील होकर अपने ज्ञानामृत से विद्यार्थियों को आचमन कराएं। यह कार्यशाला तभी सफलीभूत होगी, जब हम प्राप्त ज्ञान को कक्षा-कक्ष में ब'चों के मध्य वितरित करेंगे। इस अवसर पर डीएवी विद्यालयों के प्राचार्य-एसके सिन्हा, किरण यादव,संजीत कुमार मिश्रा, डॉ तपन घोष, विवेकानंद घोष, मनोजेश्वर कुमार, बुबुन शरण,आरके सिंह आदि विषय समन्वयक के रूप में उपस्थित रहे।