रांची(ब्यूरो)। राजभवन किसी भी राज्य के लिए वहां की शान होता है। इसकी भव्यता से सिटी और स्टेट दोनों की पहचान होती है। लेकिन झारखंड का गवर्नर हाउस देश में ऐसा राजभवन है जिसकी गरीमा यहां के लोग ही धूमिल कर रहे हैं। जी हां, हम बात राजभवन परिसर की नहीं, बल्कि राजभवन के आसपास फैली अव्यवस्था की कर रहे हैं। राजभवन के इर्दगिर्द सिर्फ और सिर्फ अव्यवस्था ही अव्यवस्था है। हर तरह के गैरकानूनी काम हो रहे हैं। यहां इल्लीगल ऑटो स्टैंड से लेकर रांची का रेड लाइट इलाका भी इसी जोन में है। किसी भी स्टेट में राजभवन राज्य का सबसे सुरक्षित स्थान होता है, लेकिन झारखंड इस मामले में दूसरे राज्यों से अलग है। यहां गवर्नर हाउस की सेफ्टी को ही ताक पर रख दिया गया है। इसमें जितना कसूर आम लोगों का है उससे कहीं ज्यादा पुलिस और प्रशासन भी इसके लिए दोषी है।
अवैध ऑटो स्टैंड
राजभवन गेट के बाहर ही अवैध ऑटो स्टैंड है। इस स्थान को ऑटो स्टैंड के रूप में नगर निगम की ओर से घोषित भी नहीं किया गया है। इसके बावजूद यहां पूरे दिन ऑटो चालकों का जमावड़ा लगा रहता है। इस कारण राजभवन के पूरे रेडियस में जाम की समस्या बनी रहती है। आम राहगीरों को यहां खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वाहन चालक तो दूर पैदल चलने वाले लोगों को भी समस्या होती है। ऑटो चालक बीच सड़क पर ही गाड़ी खड़ी कर सवारी उतारने और बैठाने लगते हैं, जो समस्या का और बढ़ाता है।
अघोषित रेड लाइट एरिया
राजभवन के आसपास ही सेक्स वर्कर्स भी बैठी रहती हैं। सौदा भी इसी स्थान पर डील होता है। यहां इशारों-इशारों में ही सबकुछ तय हो जाता है। जिसकी भनक राह चलते लोगों को भी नहीं होती। हालांकि पास में खड़े पुलिस जवान को सभी इल्म होता है लेकिन वे लोग सबकुछ जानते हुए भी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं, जिसका नतीजा है कि यहां धंधा दिनोंदिन फल-फूल रहा है। इससे भी राजभवन की गरीमा धूमिल हो रही है। रांची में ये कारोबार आपसी नेटवर्क के माध्यम से चल रहा है।
रोड पर सब्जी-फल मार्केट
तीन महीने पहले राजभवन के समीप ही सब्जी मार्केट लगता था, जो जाम की बड़ी वजह था। इस समस्या को दूर करने के लिए पास में ही सब्जी मार्केट का निर्माण कराया गया है। सब्जी और फल विक्रेताओं को यहां शिफ्ट भी किया गया है। इसके बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है। दरअसल मार्केट में शिफ्ट होने के बाद भी सब्जी विक्रेता बाहर ही दुकान लगा रहे हैं। सब्जी दुकानदारों के अलावा दूसरे फुटपाथ दुकानदार भी यहां अपनी दुकान सजाते हैं। वहीं मार्केट के बगल से होकर जाने वाली सड़क पर भी दुकानदारों ने कब्जा कर लिया है, जो राजभवन के आसपास अव्यवस्थाओं को बढ़ा रहा है।
हर दिन धरना-प्रदर्शन
राजभवन के आसपास का स्थान धरना स्थल के नाम से जाना जाने लगा है। यहां हर दिन कोई न कोई समूह, संगठन, गु्रप या अन्य लोग धरने पर बैठे रहते हैं। हर दिन यहां आंदोलन, प्रदर्शन और हंगामा होता है। आंदोलन कारियों के कारण सिर्फ राजभवन ही नहीं बल्कि पूरे शहर की ट्रैफिक अस्त-व्यस्त हो जाती है। इन दिनों भी राजभवन के समक्ष तीन गु्रप धरने पर बैठे हैं। जेएसएलपीएस के कर्मचारी बीते एक महीने से राजभवन के समीप बैठे हुए हैं, वहीं अनुबंध पर नियुक्त कर्मी अपनी मांगों के समर्थन में धरना दे रहे हैं। एक दिन पहले से ही दफादार-चौकीदारों ने भी डेरा डाल दिया है। धरने के कारण सालों भर मछली घर से कचहरी की ओर जाने वाली सड़क ब्लॉक रहती है।
राजभवन के बाहर बदहाली
हमारे देश में ज्यादातर स्टेट्स के राजभवन हेरिटेज जैसी बिल्डिंग में स्थित हैं। राजभवन को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते भी हैं। झारखंड का राजभवन भी अपनी वास्तुकला, सुंदरता और गार्डेन के लिए फेमस है। हर साल फरवरी में गार्डेन आम पब्लिक के लिए खोला जाता है। लोग इसकी भव्यता देखने दूर-दूर से आते हैं। लेकिन इस राजभवन के अंदर जितनी सजावट है, उसके बाहर यह उतना ही बदहाल है। राजभवन के सामने की सड़क पर भी गंदगी का अंबार लगा रहता है। पास में ही स्थित चौराहे की हालत खराब है। पास में ही स्थित डॉ जाकिर हुसैन पार्क भी बीते सात साल से बदहाल हालत में है। कुल मिला कर राजभवन के आस-पास पूरी तरह से अव्यवस्थाओं का आलम है। ऐसा राजभवन देश भर में दूसरा नहीं होगा।एलिवेटेड रोड का काम चल रहा है, जिसके कारण डेवलपमेंट वर्क अभी नहीं हो सकता है। अवैध ऑटो चालकों और सब्जी विक्रेताओं पर कार्रवाई की जाएगी।
-शशि रंजन, नगर आयुक्त, आरएमसी