रांची: रांची और आसपास के इलाकों में नकली विदेशी शराब बनाने और बिक्री करने वाले गिरोह के सरगना के रूप में नगड़ी निवासी बालकरण महतो की पहचान की गई जो उत्पाद विभाग और पुलिस दोनों की गिरफ्त से बाहर है। पूरे राज्य में लगातार नशा विरोधी अभियान चलाया जा रहा है, इसके बाद भी शराब के अवैध धंधे के मास्टरमाइंड गिरफ्त से बाहर हैं। बालकरण के गिरोह में एक दर्जन से अधिक सदस्यों के होने की जानकारी पुलिस के पास है। उसने सभी सदस्यों के बीच काम का बंटवारा भी कर दिया है। इस बात का खुलासा कुछ दिनों पहले गिरफ्तार हुए दिलीप महतो ने किया है। उत्पाद विभाग की टीम ने दिलीप को नगड़ी से गिरफ्तार किया था।
सैलरी से लेकर बेल तक का जिम्मा
पूछताछ में आरोपी दिलीप ने विभाग को कई अहम जानकारियां दी हैं। उसने बताया कि शराब की तस्करी से मिली राशि सीधे बालकरन के पास जाती है। महीने में एक बार बालकरन सभी सदस्यों से मिलता है और उनके बीच तय राशि का वितरण करता है। अगर कोई पकड़ा जाता है तो उसे छुड़ाने का भी खर्च बालकरन ही उठाता है। पूछताछ में उसने अपने अन्य साथियों के नामों का भी खुलासा किया है।
बिहार से जुड़े हैं गिरोह के तार
उत्पाद विभाग की टीम को यह जानकारी मिली कि इस गिरोह के तार बिहार से भी जुड़े हैं। गिरोह के सदस्य बिहार में नकली विदेशी शराब की तस्करी करते हैं। आरोपी दिलीप ने बताया कि रांची और उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में राशन और अन्य दुकानदारों को शराब मुहैया कराई जाती है। बिक्री करने के बाद वह राशि संबंधित सदस्यों को देते हैं।
मुर्गा फार्म की आड़ में अवैध धंधा
गिरोह का सदस्य दिलीप महतो का नगड़ी में मुर्गा फार्म है। उसी फार्म हाउस में वह नकली विदेशी शराब की पैकिंग करवाता है। उत्पाद विभाग की टीम की जांच में इसका खुलासा हुआ। टीम को यह भी जानकारी मिली कि गिरोह के सदस्य अमर महतो 100 रुपए कीमत पर शराब खरीदता है और उसे सीधे दिलीप के फार्म हाउस में भेज देता है। दिलीप उसे महंगी बोतल में पैकिंग कर बालकरण महतो को दे देता है। इस एवज में दिलीप को प्रति पेटी 150 से दो सौ रुपए मिलता है। इसके अलावा पैकिंग में जो खर्च आता है, उसे दिलीप को अलग से दिया जाता है।
गिरोह का मैनेजर है अमर महतो
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, गिरोह का संचालन आरोपी अमर महतो ही करता है। सस्ती विदेशी शराब की खरीदारी और पैकिंग के बाद उसकी बिक्री का जिम्मा अमर महतो पर ही है। वह कस्टमर को डील कर उसके संबंधित ठिकानों तक अपने गुगरें के जरिए नकली विदेशी शराब पहुंचाता है। पूछताछ में विभाग को यह भी जानकारी मिली कि बाजार में प्रति पेटी चार से पांच हजार रुपए के हिसाब से बेची जाती है।
नगड़ी से पकड़ी गई 20 पेटी विदेशी नकली शराब
उत्पाद विभाग की टीम ने नगड़ी स्थित अनिल महतो के घर पर छापेमारी कर 25 पेटी विदेशी नकली शराब बरामद की। इसके अलावा टीम ने मौके पर से स्टीकर, ढक्कन, बोतल आदि भी बरामद किया। मौके पर से विभाग की टीम ने दिलीप महतो को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि मकान मालिक अनिल महतो मौके पर से फरार हो गया। इस मामले में नगड़ी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई।
नकली विदेशी शराब बनाने के गिरोह का सरगना बालकरन है। उसकी तलाश की जा रही है। हर उस जगह पर निगरानी रखी जा रही है जहां से अवैध शराब का धंधा किया जा रहा है। साथ ही अन्य आरोपियों की भी तलाश जारी है।
संजीव कुमार, इंस्पेक्टर, उत्पाद विभाग