रांची(ब्यूरो)। झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और इस बार झारखंड में सत्ता परिवर्तन नहीं हुआ है। झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद गठबंधन को 54 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। इन सीटों में वामपंथी दलों की दो सीटें शामिल नहीं हैं। अगर उनका भी समर्थन इस सरकार को मिल जाता है तो यह संख्या 56 हो जाएगी। परिणाम की घोषणा के साथ ही रांची में झामुमो, कांग्रेस के खेमे में जश्न का माहौल है। वहीं विपक्ष यानी भाजपा और आजसू के खेमे में मायूसी छाई हुई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के नेता रांची में होली, दिवाली, ईद, सरहुल, सोहराय सब एक साथ मना रहे हैं, तो वहीं भाजपा कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है।
नेता प्रतिपक्ष समेत मंत्री भी हारे
इस बार चुनाव में भाजपा के दिग्गज नेता और नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बावरी को हर का सामना करना पड़ा है। वहीं सत्ता पक्ष की ओर से हेल्थ मिनिस्टर रहे बन्ना गुप्ता को भी मुंह की खानी पड़ी है। उन्हें जमशेदपुर पश्चिम सीट से सरयू राय ने हरा दिया है, जो जदयू की टिकट से लड़ रहे थे। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी चुनाव जीत चुकी है। इस बार कांग्रेस के साथ-साथ राष्ट्रीय जनता दल ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। यही वजह है कि इंडी गठबंधन को एक कंफर्टेबल मेजोरिटी मिल गई है। आने वाले दिनों में अभी यह देखना दिलचस्प होगा कि मंत्रिमंडल में किन नेताओं को शामिल किया जाता है।