रांची(ब्यूरो)। अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव के प्रत्यक्ष उत्तराधिकारी, झारखंड सेनानी कोष संचालन समिति के सदस्य एवं अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव फाउंडेशन ट्रस्ट के संचालक लाल प्रवीर नाथ शाहदेव ने राज्य सरकार से मांग की है कि झारखंड के सभी अमर शहीदों के परिजनों को स्वास्थ्य और रोजगार की गारंटी दे। उन्होंने झारखंड के तमाम अमर शहीदों के वंशजों के लिए कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत और क्रियान्वयन में सहभागी और सूत्रधार बने हैं। उन्हीं के निरंतर प्रयासों और पत्राचार की वजह से झारखंड सरकार का ध्यान अमर शहीदों के वंशजों की बदहाली की ओर गया और तब सरकार द्वारा अमर शहीद स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों/आश्रितोंके कल्याण और अमर शहीदों को उचित सम्मान देने के लिए झारखंड सेनानी कोष का गठन किया गया।
पांच करोड़ का कॉर्पस फंड
उन्होंने बताया कि कोष का गठन तो हो गया। कॉर्पस फंड में 5 करोड़ रुपए भी रखे गए लेकिन इसका वास्तविक लाभ अब तक शहीदों के वंशजों को नहीं मिल पाया था। सीएम हेमंत सोरेन ने इसे गंभीरता से लिया और प्रधान सचिव डॉ राजीव अरुण एक्का के माध्यम से रांची, खूंटी, गुमला, लोहरदगा, लातेहार, पश्चिम सिंहभूम, गढ़वा, साहिबगंज के उपायुक्तों को पत्र जारी कर शहीद स्वतंत्रता सेनानी के आश्रितों को प्राथमिक आवश्यकता के आधार पर सरकारी सहायता करने का आदेश दिया है।
यह दिया गया आदेश
आदेश में उपायुक्तों को कहा गया है कि उपायुक्त अपने जिले के अमर शहीदों के परिजनों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उनकी विभिन्न कठिनाइयों का आकलन करते हुए जरूरत अनुसार आवेदन प्राप्त कर मन्तव्य के साथ अनुशंसा सरकार की स्वीकृति के लिए भेजेंगे। इसके बाद संबंधित शहीद परिवार को सरकार द्वारा जरूरी सहायता प्रदान की जाएगी। झारखंड सेनानी कोष से लाभ पाने के लिए जो शहीद परिवार सूचीबद्ध हैं, उनमें बिरसा मुंडा, ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव, गया मुंडा, टिकैत उमराव सिंह, पांडेय गणपत राय, शेख भिखारी, पितांबर, निलाम्बर, अर्जुन सिंह, जग्गू दीवान, बुधु भगत, तेलंगा खडिय़ा, सिदो-कान्हू, जतरा टाना भगत, मुंडल सिंह एवं बख्तर साय के नाम शामिल हैं।
टॉल फ्री नंबर जारी हो
उन्होंने मांग की है कि राज्य सरकार अमीर शहीदों के परिजनों की समस्याओं के निराकरण के लिए अलग से टॉल फ्री नंबर जारी करे, ताकि राज्य के किसी भी जिले से शहीदों से जुड़े परिवार के कोई भी सदस्य अपनी बातों को सरकार के समक्ष रख सकें। उन्होंने सीएम का आभार जताते हुए कहा कि उपायुक्तों को निर्देश देने के फैसले से काफी बदलाव आएगा। इसे लेकर जल्द ही सीएम का सम्मान समारोह भी आयोजित किया जाएगा।