रांची (ब्यूरो)। यह सब्जेक्ट रांची और झारखंड के लिए अभिशाप के रूप में सामने आया है। अब तक ह्यूमन ट्रैफिकिंग के कई मामले रांची में सामने आते रहे हैैं और पुलिस की सख्ती से कई सौदागर गिरफ्त में भी आ चुके हैैं। इन सबके बीच ह्यूमन ट्रैफिकिंग की शिकार बच्चियों और युवतियों के यौन शोषण के साथ ही सरोगेसी के भी मामले सामने आए हैैं, जिससे पता चलता है कि ह्यूमन ट्रैफिकिंग के गोरखधंधे में सेक्स ट्रैफिकिंग भी शामिल हो चुका है। इन मामलों से पर्दा उठाने के लिए पिछले सप्ताह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने झारखंड के कुख्यात मानव तस्कर पन्ना लाल महतो की पत्नी सुनीता कुमारी उर्फ सुनीता देवी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की। एनआइए यह जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है कि मानव तस्करी में उसे कौन-कौन सहयोग करते थे और कहां-कहां रहते हैं।
100 करोड़ की संपत्ति बनाई
ह्यूमन ट्रैफिकिंग के किंगपिन पन्नालाल महतो और उसकी पत्नी के साथ ही उसके गैैंग में शामिल लोगों पर इस गोरखधंधे से एक सौ करोड़ रुपए की संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से इन लोगों ने झारखंड की बच्चियों की तस्करी की। इनकी दो प्लेसमेंट एजेंसी मेसर्स लक्ष्मी प्लेसमेंट सर्विस व बिरसा सिक्यूरिटी एंड प्लेसमेंट एजेंसी हैं। इन दोनों प्लेसमेंट एजेंसियों को पन्ना लाल महतो संचालित करता था, जिसमें सुनीता सहयोगी थी।
सुनीता देवी पर था एक लाख का ईनाम
सुनीता देवी मानव तस्करी के किंगपिन पन्नालाल की वाइफ है, जिसने पिछले महीने सरेंडर किया है। सुनीता जब पुलिस की पकड़ में नहीं आ रही थी तो उस पर एक लाख रुपए का ईनाम रखा गया था, जिसके बाद उसने अप्रैल में सरेंडर किया था। रांची के साथ ही झारखंड में सुनीता देवी ऐसी पहली मानव तस्कर है जिसे एनआइए ने वांटेड घोषित करते हुए एक लाख का ईनाम रखा था। सुनीता पहले खूंटी से गिरफ्तार कर जेल भेजी गई थी, लेकिन जमानत पर निकलने के बाद से वह फरार थी।
5 हजार लड़कियों का सौदागर पन्नालाल
फरवरी 2022 में ईडी के सामने पन्ना लाल महतो ने यह स्वीकार कर लिया था कि वह अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 5000 से अधिक गरीबों, नाबालिगों की तस्करी की है। इससे उसने साढ़े चार करोड़ से पांच करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है। पन्ना लाल महतो के खिलाफ मनी लांङ्क्षड्रग एक्ट में केस दर्ज कर अनुसंधान कर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इसी वर्ष जनवरी में बड़ी कार्रवाई की थी। ईडी ने पन्ना की तीन करोड़, 36 लाख 65 हजार 968 रुपये 86 पैसे की चल-अचल संपत्ति को जब्त किया था, जिसमें अरगोड़ा में पांच प्रमुख भू-खंड, खूंटी में चार प्लाट, विभिन्न बैंकों में पड़े 17.71 लाख रुपये नकद, टोयटा फाच्र्यूनर शामिल है।
एनआइए की फरवरी 2021 में चार्जशीट के आरोपी
- मानव तस्करी का ङ्क्षकग पिन पन्ना लाल महतो, उसकी पत्नी सुनीता कुमारी, भाई शिवशंकर गंझू व सहयोगी गोपाल उरांव।
- बिरसा भगवान प्लेसमेंट ब्यूरो, जिसका संचालक शिव शंकर गंझू है।
- बिरसा सिक्योरिटी एंड प्लेसमेंट, जिसका संचालक शिव शंकर गंझू है।
- लक्ष्मी प्लेसमेंट सर्विस, जिसका संचालक गोपाल उरांव है।
- बिरसा भगवान ट्राइबल वेलफेयर सोसायटी, जिसका अध्यक्ष पन्ना लाल महतो है।
- मेसर्स सिक्योरलक कंसलटेंसी प्राइवेट लिमिटेड, ए-487, शकुरपुर, दिल्ली। इसका निदेशक पन्ना लाल महतो है।
-पहल सिक्योरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, जिसके निदेशक पन्ना लाल महतो व सुनीता कुमारी हंै।