रांची (ब्यूरो)। सरकार ने शहर के लोगों को एक सपना दिखाया था कि घर से बाहर निकलते ही सड़क पर फ्री वाई फाई की सुविधा दी जाएगी। 2017 में यह सिटी में कुछ जगहों पर कुछ दिनों के लिए शुरू भी हुआ, लेकिन उसके बाद यह हवा हवाई हो गया। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस योजना के लिए राज्य सरकार को बीएसएनएल को पैसा उपलब्ध कराना था, लेकिन सरकार ने पैसा उपलब्ध ही नहीं कराया, जिसके कारण यह योजना अधर में लटक गई। शहर के प्रमुख स्थलों पर हाई स्पीड इंटरनेट सुविधा देने के लिए सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने इसका नाम ट्रांसफार्मिग रांची इनटू सिटी वाई फ ाई योजना दिया।

6 साल पहले शुरुआत

विभाग द्वारा इसको लेकर 2016 से ही कवायद की जा रही है। विभाग ने 2017-18 की वार्षिक कार्य योजना में इसे शामिल करते हुए 2 करोड़ के विभागीय बजट में भी प्रावधान किया गया था। कार्य का जिम्मा बीएसएनएल को दिया गया और इसपर लाखों रुपए खर्च भी हो गए, मगर लोगों को लाभ नहीं मिला। जैप आईटी के माध्यम से प्रारंभ में शुरू हुआ यह प्रोजेक्ट सरकार बदलते ही ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। रघुवर दास की सरकार ने इस योजना को राज्य के सात जिलों के शहरों में शुरू करने का निर्णय लिया था।

500 मीटर की दूरी पर हॉट स्पॉट

शहर को फ्री वाई फ ाई जोन बनाने की योजना फि लहाल अधर में लटकी हुई है। राज्य सरकार और बीएसएनएल के बीच कम्यूनिकेशन गैप की वजह से यह अहम प्रोजेक्ट इंप्लीमेंट नहीं हो पा रहा है। इस योजना के तहत हर 500 मीटर की दूरी पर हॉट स्पॉट बनना था, ताकि सभी जोन में शहरवासियों को हर दिन आधे घंटे फ्री वाई-फ ाई सर्विस दी जा सके। इसमें एक जीबी तक डेटा फ्री डाउनलोडिंग का भी प्लान था।

पूरे शहर को कवर करना था

इस योजना के तहत शहर के लगभग सभी लोकेशंस में वाई.फ ाई उपकरण लगाए जाने थे, ताकि हॉट स्पॉट से इंटरनेट कनेक्टिविटी दी जा सके। ट्रांसफ ार्मिग रांची इन टू सिटी वाई फ ाई प्लान के तहत पहले चरण में बूटी मोड़ से पिस्का मोड़ और कांके रोड से बिरसा चौक तक मुफ्त में वाई फ ाई सुविधा उपलब्ध कराई जानी थी। इसके तहत शहरवासियों को हर दिन आधे घंटे तक फ्री वाई फाई सेवा का इस्तेमाल करने की सुविधा देने की बात कही गई थी।

22 जोन में लगना है हॉट स्पॉट

पूरी रांची में वाई फ ाई शुरू करने के लिए हर इलाके में हॉट स्पॉट लगाया जाना था, एक हॉट स्पॉट का कुछ एरिया के यूजर इस्तेमाल कर सकते हैं। पूरी रांची को कवर करने के लिए कम से कम 22 जगहों पर हॉट स्पॉट लगाए जाएंगे, ताकि यूजर को किसी तरह की कनेक्टिविटी प्रॉब्लम न हो।