रांची(ब्यूरो)। यदि आपको भी पैसे की जरूरत है और आप लोन लेने के लिए यहां-वहां ट्राई कर रहे हैं तो आपको थोड़ा सचेत होने की जरूरत है। क्योंकि लोन देने के नाम पर भी राजधानी रांची में भारी फर्जीवाड़ा हो रहा है। लोन देने के लिए आवेदन कराया जाता है, लेकिन लोन देने के बजाय ठग आपसे आपकी जमा पूंजी लेकर फरार हो जा रहे हैं। सिटी में लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही ओरमांझी थाना क्षेत्र से ऐसा ही मामला सामने आया, जहां ठगी की दो दर्जन महिलाएं शिकार बनीं। अब सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत बडग़ाई लेन बस्ती की करीब 50 महिलाएं इसी तरह के फर्जीवाड़े का शिकार हो गई हैं। इन महिलाओं से ठगों ने लगभग 70 लाख रुपए ठग लिये। यानी एक महिला से औसतन सवा लाख रुपए की ठगी हुई है। सभी महिलाएं लोन के लिए आवेदन भरी थीं और पैसे मिलने का इंतजार कर रही थीं।

बेटी की शादी के लिए ले रहे थे लोन

बडग़ाईं लेन बस्ती की रहने वाली नूरजहां ने बताया कि जुलाई में बेटी की शादी है। उसी की शादी के लिए लोन के लिए अप्लाई की थी। दो लाख रुपए लोन लेना था। इसके लिए तीन बार करके 50 हजार रुपए प्रॉसेसिंग फीस के नाम पर लिया गया। बोला गया कि पैसा वापस हो जाएगा। लेकिन न तो 50 हजार वापस आया और न ही दो लाख रुपए लोन मिले। अब मालूम चल रहा है कि जिसने आवेदन भरवाया था, वह एक फ्राड है और भाग गया है। नूरजहां ने बताया कि लोन फॉर्म में हस्ताक्षर कराया गया था। आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज भी ले लिये गए। इसके बाद आरोपियों ने धोखा देकर उनसे और करीब 50 महिलाओं से लोन की राशि 70 लाख रुपए गबन कर लिये। इस संबंध में सदर थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसमें नूरेजा खातून, तबारक मिर्धा, सैम्युल मिर्धा, किताबुक मिर्धा, महजबीं, अजहर खान और लोन एजेंट मुन्नी को आरोपी बनाया गया है।

मुहल्ले व कालोनियों में हैं समितियां

मुहल्ले और कॉलोनियों में छोटी-छोटी महिला समितियां काफी एक्टिव हैं। समिति की ओर से ग्रुप में जुड़ी महिलाओं को फाइनेंसियल हेल्प किया जाता है। माइक्रो फाइनेंस कंपनी इसमें समिति के साथ अटैच रहती है, लोन उपलब्ध कराती है। कुछ जगह तो समिति बेहतर काम कर रही है। इससे महिलाओं को मदद भी मिल रही है। लेकिन इसी की आड़ में कुछ फर्जी लोगों ने भी लोन देने का फार्मूला अपना लिया है और महिलाओं को निशाना बनाते हुए उनसे ठगी कर रही हैं। पिठोरिया, बुढमू, नामकुम आदि कई इलाकों से ऐसी शिकायतें सामने आ चुकी हैं।

जरूरतमंद लोग बन रहे शिकार

आर्थिक रूप से कमजोर घर बनाने, व्यापार शुरू करने, बेटी की शादी करने के अलावा कई ऐसे भी काम होते हैं जिसके लिए लोन लेते हैं। लेकिन आम लोगों की इसी जरूरत का फायदा उठाकर फ्रॉड उन्हेें अपने झांसे मेें लेकर शिकार बनाते हैं। इसके लिए लोकल लोगों का भी सहयोग लिया जाता है। पहले ये ठग आम नागरिकों को लोन दिलवाने के लिए सपने दिखाते हैं। इसके बाद ठगी करने वाले गिरोह का काम शुरू होता है और वे लोन लेने के इच्छुक लोगों से फोन या खुद जाकर सम्पर्क करते हैं और लोन दिलवाने के नाम पर डाक्यूमेंट ले लेते हैं कि डाक्यूमेंट्स के आधार पर ही लोन की राशि बताते हैं।

प्रॉसेसिंग फीस के नाम पर ठगी

लोन देने के नाम पर ठग प्रॉसेसिंग फीस वसूलते है। 15 से 20 हजार रुपए कैश देने के बाद वे भी बेफिक्र हो जाते हैं कि उनको लोन जल्द मिल जाएगा और वे अपना घर या नया बिजनेस शुरू कर सकेंगे। उनकी उम्मीदों पर तब पानी फिरता है जब 15 से 20 हजार रुपए देने के बाद भी लोन नहीं मिलता। बडग़ाई में कुछ ऐसे भी पीडि़त हैं जिनके नाम पर ठगों ने लोन तो उठाया लेकिन लाभुक को न देकर पूरी राशि खुद ही हड़प ली। अब चुकी मामला थाना पहुंचा है तो पुलिस भी थोड़ी रेस हुई है। बरियातू थाना प्रभारी ने बताया कि ठगी से संबंधित एक मामला सामने आया है। फोन कॉल और दूसरे डिटेल्स की मदद से आरोपी को डिटेक्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।