रांची: पिछले महीने सात जून को लांच हुआ नया इनकम टैक्स ई-फ ाइलिंग पोर्टल राजधानी रांची के करदाताओं और टैक्स प्रैक्टिशनर्स के लिए भी सिरदर्द बन गया है। इस पोर्टल पर डेढ़ महीने में बहुत कम रिटर्न फ ाइल किए जा सके हैं। इसमें से भी टीडीएस के हजारों रिटर्न रिजेक्ट हो चुके हैं। सिटी के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स का कहना है कि इनकम टैक्स विभाग के नए पोर्टल पर अभी भी ई-प्रोसिडिंग्स और डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफि केट जैसी सेवाएं काम नहीं कर रही हैं। इसके अलावा अन्य दिक्कतें पहले से ही बनी हुई हैं।
दर्जनभर से ज्यादा प्रॉब्लम्स
4241 करोड़ रुपए से बनी ये वेबसाइट 7 जून को लॉन्च हुई थी। तब से इसमें ढेरों समस्याएं आ रही हैं। एक दर्जन से अधिक समस्याएं अब भी जारी हैं। पिछले एक महीने से अधिक समय से देश में इनकम टैक्स और टीडीएस रिटर्न फाइल नहीं हो पा रहे हैं। पोर्टल पर अब भी इनकम टैक्स रिटर्न के सात में से 4 फॉर्म मौजूद नहीं हैं। इन्फ ोसिस को 2019 में इस पोर्टल को बनाने का कॉन्ट्रैक्ट मिला था, ताकि रिटर्न फाइल करने का समय कम करने और रिफं ड की प्रक्रिया को तेज की जा सके.वित्त वर्ष 2020-21 के आखिरी दिन यानी 31 मार्च 2021 को इनकम टैक्स विभाग का पुराना पोर्टल भारी ट्रैफि क की वजह से काम नहीं कर रहा था। इसके बाद ही सरकार ने तेजी दिखाते हुए विभाग का नया पोर्टल लॉन्च किया था।
टीडीएस के रिटर्न हो रहे रिजेक्ट
सीए विमल कुमार कहते हैं कि नई वेबसाइट पर रिटर्न तो फ ाइल हो नहीं रहे हैं। साथ ही सभी टीडीएस के रिटर्न भी रिजेक्ट हो रहे हैं। इन्हें फि र से फ ाइल करना होगा। रिटर्न अटकने से सबसे अधिक समस्या उन्हें हो रही है, जिन्होंने लोन के लिए आवेदन कर रखा है। रिटर्न फाइल न होने की वजह से बैंक उनकी फाइल आगे नहीं बढ़ा रहे हैं।
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सबकुछ ऑनलाइन होने से काम ठप
सीए राहुल कुमार कहते हैं कि आयकर विभाग पूरी तरह ऑनलाइन मोड में ही काम करता है। चाहे रिटर्न फ ाइल करना हो या विभाग के किसी सवाल का जवाब देना हो या अपील फाइल करनी हो, सारा काम ऑनलाइन हो रहा है। ये सब इनकम टैक्स वेबसाइट से करने होते हैं, जो कि बंद है। सबसे अधिक परेशानी उन लोगों को हो रही है, जिन्हें तत्काल में लोन लेना है, उनका इनकम टैक्स रिटर्न फाइल नहीं हो पा रहा है, इस कारण उनकी फाइल आगे नहीं बढ़ रही है।
पुराने पोर्टल को बंद करने से बढ़ी परेशानी
सीए अभिषेक केडिया कहते हैं कि पुराने पोर्टल को बंद करके नया पोर्टल लॉन्च करना बड़ी गलती है। बेहतर होता कि दोनों पोर्टल को तब तक साथ चलने दिया जाता, जब तक कि नया पोर्टल सही से काम न करने लगता, संभव हो तो पुराने पोर्टल को फिर से शुरू कर देना चाहिए। ताकि जिन लोगों का अर्जेट काम है, वे कम से कम शुरू हो सकें। जब नए पोर्टल पर सारा काम सही तरीके से होने लगेगा, उसका ट्रायल ठीक से हो जाएगा, उसके बाद नए पोर्टल को शुरू किया जाता तो परेशानी नहीं होती।