रांची(ब्यूरो) । नगर निगम एक ओर अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रहा है तो दूसरी ओर फिर से एन्क्रोचमेंट हो जा रहा है। जी हां, जहां एक ओर हरमू पंच मंदिर के पास नगर निगम अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रहा है तो इधर दूसरी ओर लालपुर से लेकर डिस्टिलरी पुल होते हुए कोकर तक फिर से सड़क और नाली का एन्क्रोचमेंट शुरू हो चुका है। डिस्टिलरी पुल के आसपास कुछ महीने पहले ही अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया गया था। लेकिन हाल के कुछ दिनों से फिर एक बार सड़क पर ही दुकानें सजने लगी हैं। जिससे लोगों को सड़क जाम का सामना करना पड़ रहा है। जाम से बचने के उद्देश्य से इस स्थान को एन्क्रोचमेंट फ्री कराया गया था। करोड़ों रुपए का मार्केट बनवाकर उसमें दुकानदारों को शिफ्ट भी किया गया, इसके बाद भी दुकानदार सड़क पर ही अपनी दुकानें लगाने लगे हैं।
दोबारा हो गया अतिक्रमण
लालपुर चौक से बिरसा मुंडा समाधि स्थल तक का एरिया एक बार फिर अवैध दुकानों की चपेट में आने लगा है। इसी साल अप्रैल महीने में डिस्टिलरी पुल को अतिक्रमण मुक्त कराया गया था। सात महीने बाद ही एक बार फिर से पहले जैसी स्थिति हो गई है। डिस्टिलरी पुल के पास से करीब 74 दुकानों को मार्केट में शिफ्ट किया गया था। कुछ दिनों तक स्थिति ठीक रही, लेकिन प्रशासन की नजरें हटते ही इस एरिया में फिर से रोड पर कब्जा शुरू हो गया है। मार्केट से बाहर भी नॉन वेज की दुकानें लगने लगी हैं। जबकि इसके सभी दुकानदारों को मार्केट बनाकर जगह मुहैया कराया गया है।
हाईकोर्ट की फटकार से ही जागता है नगर निगम
अब सिटी के लोग यह सवाल उठा रहे हैैं कि अवैध दुकानदारों को आखिर कब तक निगम प्रश्रय देता रहेगा। जब हाईकोर्ट का डंडा चलता है तभी नगर निगम के अधिकारी हरकत में आते हैं। हरमू पंच मंदिर के पास हुए अतिक्रमण पर हाई कोर्ट ने संज्ञान लिया और निगम को जगह खाली कराने का आदेश दिया तो दो घंटे में निगम ने पंच मंदिर के आसपास का इलाका अतिक्रमण मुक्त करा दिया। लेकिन यहां भी रेगुलर मॉनिटरिंग नहीं की गई तो जल्द ही फिर से दुकानें सजने लगेंगी। रातू रोड का भी यही हाल है। रातू रोड नागा बाबा खटाल में बने सब्जी मार्केट में दुकानदारों को शिफ्ट तो किया गया, लेकिन आज भी रातू रोड का यह इलाका एन्क्रोचमेंट फ्री नहीं हुआ है। रांची में कई स्थानों पर सरकार की ओर से मार्केट बनवा कर दुकानदारों को स्थान दिया गया है। लेकिन नगर निगम अतिक्रमण खत्म करने में असफल रहा है। सुखदेवनगर थाना के समीप बने खादगढ़ा मार्केट की भी यदि हम बात करें तो यहां भी कमोबेश वैसी ही स्थिति है। मार्केट के बाहर सड़क पर एक लाइन से दुकानें सजने लगी हैं।
क्या कहती है पब्लिक
निगम की लापरवाही के कारण ऐसी तस्वीर बार-बार सामने आती है। अभी हाल ही में मीट-मछली बेचने वालों से रोड को मुक्त कराया गया था। लेकिन फिर से दुकानदारों का सड़क पर कब्जा शुरू हो गया है।
-दिलशाद
सरकार को कड़ाई से इन अवैध दुकानदारों को हटाना चाहिए। ये सड़क किनारे दुकान लगाकर अपने लिए किसी मार्केट में दुकान सुनिश्चित कराते हैैं। दुकान मिलने के बाद भी सड़क पर दुकान लगाते रहते हैं, जिससे जाम की समस्या होती है।
-अनिल
नगर निगम और प्रशासन ने अपनी आंखें बंद कर रखी हैं। मॉनिटरिंग नहीं होने के कारण लगातार एन्क्रोचमेंट बढ़ता जा रहा है। कुछ दिनों पहले ही मीट-मछली और सब्जी की दुकानें हटाई गई थीं, अब फिर से दुकान लगने लगी हैं।
-राजेश