रांची (ब्यूरो) । रांची विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय हिंदी विभाग की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में विभागाध्यक्ष डॉ सुनीता यादव की अध्यक्षता में मानविकी संकाय परिसर में वन महोत्सव के अंतर्गत एक पेड मां के नाम अभियान के तहत पौधरोपण सह पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कुमुद कला मेहता ने किया। इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय भाषण में हिंदी विभाग की अध्यक्ष डॉ सुनीता यादव ने कहा कि वन महोत्सव का उद्देश्य हमारे द्वारा वनों को उगाने और बचाने के महत्व को फैलाना है।
जागरुकता पैदा करना
उन्होंने कहा कि आज वनों की अंधाधुंध कटाई के दुष्प्रभावों के बारें में जागरुकता पैदा करना है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी से पर्यावरण के गंभीर संकट को देखते हुए अधिक से अधिक पौधा लगाने का आह्वान किया। इस अवसर पर हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ चंद्रिका ठाकुर ने कहा कि वन है तो जल है और जल है तो जीवन है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरयू के एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने कहा कि एक पेड़ मां के नाम अभियान अब जनांदोलन का रूप ले लिया है। उन्होंने कहा कि धरती भी हमारी मां के समान ख्याल रखती है एवं धरती मां हमारे जीवन का आधार है, इसलिए हमारा भी कर्तव्य है कि हम धरती मां का भी ख्याल रखें। कार्यक्रम में हिंदी विभाग के प्राध्यापकों के साथ बडी संख्या में छात्र छात्राओं ने कुल 25 पौधों को लगाया एवं सभी ने इसे बचाने का संकल्प भी लिया।