रांची (ब्यूरो) । 35 वर्षीय चतरा निवासी तपेश्वर गंझु को जब क्युरेसटा हॉस्पिटल लाया गया था तब गोली लगने के कारण उनकी हालत चिंतजानक बनी हुई थी। गोली उनके पीठ मे लगी थी जो लिवर और फेफड़ा दोनों को छेदते हुए ह्रदय से निकलने वाले ब्लड वैसेल मे जा कर फंस गई थी। मरीज की चिंताजनक हालत को देखते हुए क्युरेस्टा हॉस्पिटल के लैपरोस्कॉपिक एवं बेरिएट्रिक सर्जन डॉ (मेजर) रमेश दास और उनकी टीम ने तुरंत ऑपरेशन कर गोली निकालने का फैसला किया। लगभग तीन घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद गोली को सफतलापूर्वक निकाल लिया गया। डॉ (मेजर) रमेश दास ने बताया कि यह ऑपरेशन इसलिए जटिल था क्योकि दो धमनियों के बीच मे फंसी गोली को निकलना बहुत ही कठिन था।
खून का रिसाव
उन्होंने बताया कि मरीज के फेफड़ा और लिवर से भी खून का रिसाव हो रहा था और पसली की हड्डियां भी टूटी हुई थी। खून के रिसाव को रोक कर लिवर और फेफडे को ठीक किया गया। डॉ दास ने जानकरी दी कि मरीज अब पहले से काफी बेहतर है और एक से दो दिन मे उसे डिस्चार्ज कर दिया जायेगा। मरीज के परिजन अस्पताल और डॉ दास की काफी सराहना की। उन्होंने कहा कि क्युरेस्टॉ हॉस्पिटल के डॉक्टर्स के प्रयास से ही मरीज की जान बच पाई है।