रांची(ब्यूरो)। मच्छर को पृथ्वी का सबसे खतरनाक प्राणी में शामिल किया गया है। कहा जाता है कि इतिहास में हुए युद्ध में उतनी जानें नहीं गईं, जितने मच्छर और उनसे फैलने वाली बीमारियों की वजह से मौत हो चुकी हैं। आज भी मलेरिया फैलाने वाले मच्छर के कारण हर साल लाखों लोग जान गंवा रहे हैं। फाइलेरिया, पीला बुखार, डेंगू और इनसेफलाइटिस सहित कई अन्य मच्छर जनित बीमारियां हैं, जिनकी चपेट में आकर लोग अपनी जान गंवा रहे हैं या फिर कमजोर हो रहे हैं। डेंगू भी मच्छर से फैलने वाली संक्रामक बीमारी है, जो पिछले 50 वर्षों में लगातार बढ़ी है। रिसर्च रिपोर्ट कहती है कि भारत में हर साल डेंगू के एक लाख से अधिक मामले सामने आते हैं और देश की लगभग आधी आबादी में डेंगू वायरस के विशिष्ट एंटीबॉडी होते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि डेंगू अब कई नए रूपों में सामने आने लगा है। भारत में डेंगू के उपचार के लिए कोई स्वीकृत टीके भी नहीं हैं। राजधानी रांची समेत पूरे स्टेट में मच्छर का प्रकोप है।
मानसून में खतरा ज्यादा
बारिश में डेंगू वाले मच्छर ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं। फिर एक बार मानसून शुरू हो चुका है और डेंगू के खतरे बढ़ गए हैं। हालांकि, अब हर मौसम में डेंगू के मरीज सामने आते रहते हैं। लेकिन बरसात में यह संख्या बढ़ जाती है। हमारी खुद की लापरवाही के कारण डेंगू के मच्छर पूरे साल पनपते रहते हैं। दरअसल, लोग अनजाने में ही अपने घरों में रखे गमले, पुराने टायर, टूटे पुराने डब्बे, आस-पास की नाली में गंदा पानी जमा रहता है। इसकी नियमित सफाई नहीं होती। डेंगू वाले मच्छर पनपने का यह सबसे बेहतर स्थान होता है। यही मच्छर परिवार के लोगों को डंक मारते हैं, जिससे वह व्यक्ति संक्रमित हो जाता है।
हर साल बदल रहा वेरिएंट
साल दर साल डेंगू मच्छर अपने वेरिएंट बदलते रहे हैं। डॉक्टर बताते हैं कि झारखंड में मुख्य रूप से वेरिएंट डेंगू एक और तीन थे। लेकिन हाल के वर्षों में डेंगू दो पूरे स्टेट में अधिक प्रभावी हो गया है। जबकि डेंगू चार जिसे कभी सबसे कम संक्रामक माना जाता था, अब अपनी जगह बनाने लगा है।
कैसे फैलती है डेंगू की बीमारी
चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ अनिताभ बताते हैं कि डेंगू एक वायरल संक्रमण है जो डेंगू वायरस के कारण होता है। यह वायरस संक्रमित मादा मच्छरों से फैलता है। दरअसल जब एडीज एजिप्टटी मच्छर किसी डेंगू संक्रमित व्यक्ति का खून पीती है तो उसमें मौजूद वायरस व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता है। जिससे डेंगू तेजी से फैलता है। हर साल सही उपचार के बिना डेंगू से देश में कई लोगों की मौत हो जाती है। झारखंड में मच्छर जनित बीमारियां जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। ये एक प्रकार की बीमारी है जो छोटे बच्चे और वयस्क में तेजी से फैलती है। हल्के बुखार और सिरदर्द, मांसपेशियों और आंख के पीछे दर्द और जोड़ों में दर्द के साथ में शरीर में सफेद रेशे दिखाई देना, सांस लेने में परेशानी के साथ-साथ कई अन्य लक्षण नजर आने पर फौरन डॉक्टर से मिलना चाहिए। ये बीमारी ज्यादातर बरसात के मौसम में फैलती है। इधर, मानसून को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी गंभीर है। डेंगू और मच्छर से होने वाली बीमारियों से बचाव के निर्देश दिए गए हैं।
तेजी से गिरता है प्लेटलेट्स
मच्छर उन जगहों पर रखे गए अंडों से निकलते हैं जो पानी से भरे होते हैं। अंडे से कृमि जैसे लार्वा निकलते हैं जो आमतौर पर पानी की सतह के ठीक नीचे रहते हैं, अपने शरीर के अंतिम छोर पर ट्यूब के माध्यम से सांस लेते हैं, और बैक्टीरिया जैसे सूक्ष्म जीवों को खाते हैं। इस प्रकार अधिकतर मच्छरों के लार्वा को सूक्ष्मजीवों के भोजन के रूप में पत्तियों या सीवेज जैसे कार्बनिक पदार्थों से युक्त पानी की जरूरत होती है जिसे विकासशील मच्छरों के लार्वा द्वारा खाया जाएगा। जब डेंगू मच्छर किसी को काट लेता है तो उस व्यक्ति की प्लेटलेट्स तेजी से नीचे गिरने लगते हैं। डेंगू में सबसे पहले हल्का बुखार आता है। उसके लक्षण काफी दिनों बाद और भी बढऩे लगता है। अगर सही समय पर इलाज कराया जाए तो डेंगू को ठीक किया जा सकता है।
ऐसे करें डेंगू से बचाव
-घरों के आसपास गंदा पानी जमा होने नहीं दें
-गमला, पुराने टायर, टूटे पुराने डब्बे में भी पानी जमा न होने दें
-पानी की टंकी हमेशा ढककर रखें, नियमित साफ-सफाई करते रहें
-घर के आसपास साफ-सफाई लगातार करते रहें
-बरसात के दिनों में खासकर मच्छरदानी का इस्तेमाल जरूर करें
-हल्का बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और आंख के पीछे दर्द व जोड़ों में दर्द जैसी समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
-छोटे-छोटे बच्चों पर विशेष ख्याल रखें, जलजमाव वाले क्षेत्र में जाने से रोकें।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
बरसात को देखते हुए अस्पताल पूरी तरह तैयार हंै। अवेयरनेस ड्राइव भी चलाया जा रहा है। नगर निगम की ओर से फॉगिंग भी कराई जा रही है। लोगों को अपने घर के आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए, कहीं भी पानी जमने न दें। मच्छरदानी का उपयोग करें किसी तरह की शंका होने पर फौरन डॉक्टर से मिलेें।
-डॉ प्रभात कुमार, सिविल सर्जन, रांची

क्या कहते हैं डॉक्टर्स
बरसात में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। बारिश के मौसम में घर के छोटे-छोटे बच्चों का विशेष ख्याल रखें। घर में मच्छर पनपने न दें। आसपास साफ-सफाई जरूर रखें। हल्के बुखार और सिरदर्द, मांसपेशियों और आंख के पीछे दर्द और जोड़ों में दर्द जैसी समस्या होने पर डॉक्टर से जरूर मिलें।
- डॉ अनिताभ कुमार, चाइल्ड स्पेशलिस्ट, रांची

डेंगू, चिकनगुनिया फैलाने वाले एडिस मच्छर साफ पानी में ही पनपते हैं, इसलिए पानी के बर्तनों, पानी की टंकी आदि को ढककर रखें। घर के आस-पास सफाई रखें। एडिस मच्छर हमेशा दिन के समय काटते हैं, इसलिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें।
-डॉ यूएस वर्मा, होमियोपैथ, एलोपैथ विशेषज्ञ